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फ्यूचर और ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है और इसमें निवेश कैसे करते हैं?

फ्यूचर और ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है? फ्यूचर और ऑप्शन में ट्रेड करने से पहले आपको यह जानना बहुत ही जरूरी है कि फ्यूचर और ऑप्शन ट्रेडिंग क्या होता है; आज इस पोस्ट में आपको इसके बारे में पूरी जानकारी मिल जाएगी।

शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने के एक नहीं कई तरीके होते हैं; इनमें से दो बेस्ट तरीके हैं; पहला फ्यूचर और दूसरा ऑप्शन ट्रेडिंग। 

अनुभवी निवेशक इन दोनों तरीकों को अपने लिए निवेश करने के बेस्ट विकल्प मानते हैं; क्योंकि इनमें जितना ज्यादा जोखिम होता है; उतना ही ज्यादा प्रॉफिट भी होता है। अब चलिए जान लेते हैं कि फ्यूचर और ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है‌?

फ्यूचर और ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है

फ्यूचर और ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है:

सबसे पहले हम जान लेते हैं कि फ्यूचर ट्रेडिंग क्या है? फ्यूचर ट्रेडिंग एक कॉन्ट्रैक्ट है; जिसमें बायर और सेलर दोनों एक फिक्स्ड एसेट को एक फिक्स्ड प्राइस पर, एक फिक्स्ड डेट पर खरीदने या बेचने के लिए सहमत होते हैं। यह कॉन्ट्रैक्ट किसी भी शेयर, इंडेक्स, कमोडिटी या मुद्रा के लिए हो सकता है।

ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है – ऑप्शन ट्रेडिंग यह भी एक तरह कॉन्ट्रैक्ट है; और इसमें आपको को एक फिक्स्ड एसेट को एक फिक्स्ड प्राइस पर, एक फिक्स्ड डेट पर खरीदने या बेचने का अधिकार मिलता है; लेकिन इसमें कोई बाध्यता (Obligation) नहीं होती है। यह कॉन्ट्रैक्ट भी किसी भी शेयर, इंडेक्स, कमोडिटी या मुद्रा के लिए हो सकता है।

फ्यूचर और ऑप्शन ट्रेडिंग में अंतर:

सबसे पहले आप यह जान लीजिए कि फ्यूचर और ऑप्शन ट्रेडिंग दोनों डेरिवेटिव ट्रेडिंग के प्रकार हैं, जो किसी अंडरलेइंग एसेट के मूल्य से निर्धारित होते हैं। लेकिन इनमें कुछ महत्वपूर्ण अंतर हैं, इन्हें ध्यान से समझिए हैं:

  • याद रखें; फ्यूचर ट्रेडिंग में, बायर और सेलर दोनों भविष्य में एक फिक्स्ड डेट और प्राइस पर किसी अंडरलेइंग एसेट को खरीदने या बेचने के लिए बाध्य होते हैं; इसका मतलब यह है कि फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट को एक्सपायरी डेट पर सेटल करना ही पड़ता है।
  • वहीं ऑप्शन ट्रेडिंग में, बायर को‌ सिर्फ अधिकार होता है कि वह भविष्य में एक फिक्स्ड डेट या उससे पहले किसी अंडरलेइंग एसेट को एक फिक्स्ड प्राइस पर खरीदे या बेचे; लेकिन याद रखिएगा कि वह ऐसा करने के लिए कभी बाध्य नहीं हो सकता है। इसका मतलब यह है कि ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट को एक्सरसाइज करना या न करना बायर के मूड पर डिपेंड करता है।
  • फ्यूचर ट्रेडिंग में, बायर और सेलर दोनों को मार्जिन पे करना होता है, जो कि उनके लेन-देन की कुल मूल्य का 1% होता है। इससे उन्हें लेवरेज का लाभ उठाने का मौका मिलता है, यानी कि वे कम पैसा लगाकर ज्यादा प्रॉफिट बना सकते हैं; लेकिन याद रखें; यह उनके लिए अधिक जोखिम लेने का सबसे बड़ा कारण भी बन सकता है, क्योंकि यदि मार्केट उनकी स्ट्रैटजी और रिसर्च के विपरीत चला जाता है, तो वे फ्यूचर ट्रेडिंग में निवेश किए हुए अपने सारे पैसे से ज्यादा नुकसान उठा सकते हैं।
  • वहीं ऑप्शन ट्रेडिंग में, बायर को सिर्फ प्रीमियम पे करना होता है; याद रखें; यह प्रीमियम ऑप्शन खरीदने की फीस होती है; इससे बायर जोखिम सीमित हो जाता है, क्योंकि अगर मार्केट उसकी स्ट्रैटजी और रिसर्च के विपरीत चला जाता है, तो वह सिर्फ अपना प्रीमियम खो सकता है; उससे ज्यादा उसे कोई नुकसान नहीं होगा; लेकिन वहीं ऑप्शन सेलर को मार्जिन पे करना होता है; जिसकी वजह से उसका जोखिम बढ़ जाता है; क्योंकि यदि मार्केट उसकी सोच के विपरीत चला जाता है; तो उसे अपने प्रीमियम से ज्यादा नुकसान उठाना पड़ेगा।

फ्यूचर और ऑप्शन ट्रेडिंग में निवेश की शुरुआत कैसे करें:

  1. एक डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलें: यदि आप फ्यूचर और ऑप्शन में ट्रेडिंग करने का मन बना चुके हैं; तो इसके लिए आपको सबसे पहले एक डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलना होगा।
  2. अपने रिस्क लेने की क्षमता को पहचानें: याद रखें; अगर आप फ्यूचर और ऑप्शन में ट्रेडिंग करने जा रहे हैं; तो आपको हाई रिस्क लेना ही पड़ेगा; आप इससे बच नहीं सकते हैं; इसलिए ट्रेडिंग करने से पहले आप अपने रिस्क लेने की क्षमता को अच्छे से समझ लें।
  3. अपनी खुद की स्ट्रैटजी तैयार करें: यदि आप फ्यूचर और ऑप्शन ट्रेडिंग में सफल होना चाहते हैं; तो इसके लिए आपको अपनी खुद की एक अच्छी स्ट्रैटजी तैयार करनी होगी।
  4. मार्केट के बारे में जानकारी रखें: फ्यूचर और ऑप्शन ट्रेडिंग में निवेश करने से पहले आपको मार्केट के बारे में सही जानकारी रखनी होगी; क्योंकि इसके बिना आप ऑप्शन ट्रेडिंग में सफल नहीं हो सकते हैं।
  5. कम पूंजी से शुरुआत करें: अगर आपको ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में अनुभव नहीं है; तो आप शुरुआत में कम पैसे से निवेश शुरू करें; और अनुभव होने के बाद आप अपने निवेश को धीरे-धीरे आगे बढ़ा सकते हैं।

फ्यूचर और ऑप्शन ट्रेडिंग में निवेश करने से पहले इन महत्वपूर्ण बातों पर ध्यान जरूर दें:

  • ऑप्शन ट्रेडिंग सिर्फ अनुभवी निवेशकों के लिए बेस्ट होता है।
  • इस ट्रेडिंग में हाई रिस्क और हाई प्रॉफिट दोनों की संभावना होती है।
  • ऑप्शन ट्रेडिंग करने से पहले मार्केट के बारे में रिसर्च करें और अपनी खुद की स्ट्रैटजी तैयार करें।
  • शुरू में कम पैसे के साथ ट्रेडिंग करें; और अनुभव होने के बाद धीरे-धीरे अपने निवेश को बढ़ा सकते हैं।

फ्यूचर और ऑप्शन में क्या अंतर है?

याद रखें; फ्यूचर एक कॉन्ट्रैक्ट है; जिसमें आप भविष्य में किसी फिक्स्ड प्राइस पर किसी एसेट को खरीदने या बेचने का अधिकार हासिल करते हैं।
वहीं ऑप्शन ट्रेडिंग की बात करें; तो यह भी एक कॉन्ट्रैक्ट ही है; जो आपको भविष्य में किसी फिक्स्ड प्राइस पर किसी एसेट को खरीदने या बेचने का अधिकार देता है, लेकिन दायित्व नहीं।

फ्यूचर और ऑप्शन ट्रेडिंग के जोखिम क्या हैं?

फ्यूचर और ऑप्शन ट्रेडिंग में हमेशा हाई रिस्क होता है; इसमें आपको बाजार के उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ता है; जिसकी वजह से आपको भारी नुकसान भी उठाना पड़ता है; याद रखें; यह ट्रेडिंग करने का सबसे जटिल तरीका है।

फ्यूचर और ऑप्शन ट्रेडिंग में निवेश करने से पहले क्या करें?

यदि आप फ्यूचर और ऑप्शन में ट्रेडिंग करने का मन बना चुके हैं; तो इसके लिए आपको सही नॉलेज लेना होगा; डेमो अकाउंट का इस्तेमाल करके ट्रेडिंग का अभ्यास करना होगा; इसके साथ ही आपको अपने रिस्क लेने की क्षमता को पहचानना होगा।

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10+ ऑप्शन ट्रेडिंग के नियम, जो आपको ट्रेडिंग में दिलाए सफलता

यदि ऑप्शन ट्रेडिंग में होना है सफल तो यहां दिए जा रहे 10+ ऑप्शन ट्रेडिंग के नियम को अच्छे से समझें और इन्हें अपने ट्रेडिंग में लागू करें; 

यहाँ दिए जा रहे ऑप्शन ट्रेडिंग नियम बहुत ही कारगर हैं; जो आपको ट्रेडिंग कैरियर में सफलता दिलाने की क्षमता रखते हैं।

10+ ऑप्शन ट्रेडिंग के नियम, जो आपको ट्रेडिंग में दिलाए सफलता

10+ ऑप्शन ट्रेडिंग के नियम, जो आपको ट्रेडिंग में बनाएंगे सफल

  1. अपनी खुद की स्ट्रैटजी तैयार करें: अगर आप ऑप्शन ट्रेडिंग में एक सफल ट्रेडर बनना चाहते हैं; तो इसके लिए आपको अपनी खुद की स्ट्रैटजी बनानी होगी। आपको यह समझना होगा कि आप किस तरह के ऑप्शन्स में ट्रेड करना चाहते हैं? आप ट्रेडिंग में कितना रिस्क उठा सकते हैं? याद रखें; आपकी स्ट्रैटजी आपके निवेश लक्ष्यों और रिस्क लेने की सहनशीलता पर डिपेंड होनी चाहिए।
  2. अपनी भावनाओं पर‌ कंट्रोल रखें: यदि आप ऑप्शन ट्रेडिंग में सफलता हासिल करना चाहते हैं; तो आपको अपनी भावनाओं पर कंट्रोल रखना पड़ेगा; आपको अपने अंदर से डर और लालच को खत्म करना होगा; क्योंकि इसकी वजह से आप गलत निर्णय ले लेते हैं; और आपको ट्रेडिंग में हमेशा बड़ा नुकसान उठाना पड़ता है।
  3. रिस्क मैनेजमेंट की योग्यता विकसित करें: ऑप्शन ट्रेडिंग में बने रहने के लिए रिस्क मैनेजमेंट को अपनाना बहुत ही जरूरी है; क्योंकि इसके बिना आपकी नैया पार नहीं लगेगी; आप याद रखें; कोई भी बिजनेस हो, हर बिजनेस में आपको यह तय करना होता है कि आप उस बिजनेस में कितना पैसा खोने के लिए तैयार हैं; यह आपको पहले ही तय करना होगा। ट्रेडिंग करते समय आपको स्टॉप-लॉस ऑर्डर का इस्तेमाल अवश्य करना चाहिए; ताकि आपका पैसा सुरक्षित रहे।
  4. ट्रेडिंग के टाइम लिमिट को समझें: ऑप्शन ट्रेडिंग में मंथली और वीकली एक्सपायरी होती है; इसलिए आपको अपनी ट्रेडिंग रणनीति एक्सपायरी डेट के आधार पर बनानी होती है; ताकि आपको ट्रेडिंग में नुकसान न उठाना पड़ें।
  5. बुनियादी एसेट को समझें: आप याद रखें; ऑप्शन किसी बुनियादी एसेट, जैसे स्टॉक, कमोडिटी या करेंसी पर आधारित होते हैं; यही वजह है कि ऑप्शन ट्रेडिंग को बेहतरीन तरीके से करने के लिए आपको बुनियादी एसेट के मूल्य को प्रभावित करने वाले कारकों को अच्छे से समझना होगा।
  6. ग्रीक अक्षरों के मतलब को समझें: आपको ग्रीक अक्षरों ‘डेल्टा, गामा, थीटा और वेगा’ को अच्छे से समझना होगा; क्योंकि ये वे ग्रीक अक्षर‌ हैं; जो ऑप्शन के मूल्य को प्रभावित करते हैं। 
  7. अपने नॉलेज को बढ़ाते रहें: ऑप्शन ट्रेडिंग इतना आसान नहीं है; जितना आप सोचते हैं; यह एक जटिल ट्रेडिंग स्किल है; इसलिए यदि आप ऑप्शन ट्रेडिंग से प्रॉफिट बनाना चाहते हैं; तो आपको ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में अधिक से अधिक सीखना होगा; आप ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में सीखने के लिए ऑनलाइन कोर्स ज्वाइन कर सकते हैं, बुक्स पढ़ सकते हैं और सेमिनार में भाग ले सकते हैं।
  8. अभ्यास करें और अपने अनुभव को बढ़ाएं: ऑप्शन ट्रेडिंग में वे‌ ही लोग सफल होते हैं; जो लगातार अभ्यास करते हैं और अपने अनुभव को बढ़ाते हैं; यदि आप भी ऑप्शन ट्रेडिंग का अभ्यास करना चाहते हैं; तो इसके लिए आप डेमो अकाउंट का इस्तेमाल करें या छोटे लॉट के साथ शुरुआत करके ऑप्शन ट्रेडिंग का अनुभव बढ़ाएं; याद रखें अनुभव आपको एक सफल ट्रेडर बनने में मदद करेगा।
  9. अपनी होने वाली गलतियों से सीखें: जब आप ऑप्शन ट्रेडिंग करने के लिए मैदान में उतरेंगे; तो आप से गलतियां होंगी; आप उन‌ गलतियों से सीख लेकर आगे बढ़ें और एक सफल ट्रेडर बनें।
  10. धैर्य रखें और एक सफल ट्रेडर बनें: ऑप्शन ट्रेडिंग हो या कोई और बिजनेस हो, उसमें रातों-रात सफलता नहीं मिलती; आपको सफलता पाने के‌ लिए कड़ी मेहनत करने के साथ धैर्य रखने की जरूरत होती है।

ऑप्शन ट्रेडिंग में असफल होने के मुख्य कारण:

1. एक्सपिरियंस और नॉलेज की कमी:

  • ऑप्शन ट्रेडिंग में कदम रखने से पहले आपको यह समझ लेना है कि यह एक जटिल ट्रेडिंग सिस्टम है और यहाँ रिस्क बहुत ज्यादा होता है।
  • यदि आपको ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में अच्छा अनुभव और नॉलेज नहीं है, तो आप गलत निर्णय ले सकते हैं और बड़ा नुकसान कर सकते हैं।
  • आप याद रखें; ऑप्शन ट्रेडिंग शुरू करने से पहले, आपको हर तरह के ऑप्शनों, उनके कार्य करने का सिस्टम और रिस्क मैनेजमेंट को अच्छे से समझना होगा।

2. अपनी भावनाओं पर कंट्रोल न रख पाना:

  • अगर आप ग़लत ट्रेडिंग निर्णय लेने से बचना चाहते हैं; तो आपको अपने डर, लालच और आशा जैसी भावनाओं पर कंट्रोल करना होगा; वरना आप न‌ चाहते हुए भी ट्रेडिंग करने का ग़लत निर्णय ले लेंगे।
  • आप मेरी इस बात को हमेशा याद रखें; अगर आप सफल ऑप्शन ट्रेडर बनना चाहते हैं; तो आपको अपनी भावनाओं पर कंट्रोल रखना बहुत जरूरी है।

3. गलत स्ट्रैटजी का इस्तेमाल करना:

  • आपको यह जानना बहुत जरूरी है कि आपकी बनाई हुई हर एक ऑप्शन ट्रेडिंग स्ट्रैटजी सभी मार्केट कंडीशन में काम नहीं आती हैं।
  • ऑप्शन ट्रेडिंग शुरू करने से पहले आपको अपने रिस्क लेने की क्षमता और निवेश लक्ष्यों के अनुसार एक अच्छी स्ट्रेटजी बनानी होगी।

4. धैर्य की कमी होना:

  • एक सफल ऑप्शन ट्रेडर बनने के लिए आपको धैर्य रखने की जरूरत पड़ती है।
  • यदि आप ऑप्शन ट्रेडिंग से प्रॉफिट कमाना चाहते हैं; तो आपको सही अवसरों का इंतजार करना होगा और जल्दबाजी में ग़लत निर्णय लेने से बचना होगा।

5. गलत ब्रोकर का चुनाव कर लेना:

  • ऑप्शन ट्रेडिंग से अच्छा प्रॉफिट बनाने के लिए आपको एक अच्छे और कम लागत वाले ब्रोकर का चुनाव करना होगा।
  • ऑप्शन ट्रेडिंग करते समय आपको यह भी सुनिश्चित करना होगा कि ब्रोकर आपके द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म को सपोर्ट करता है या नहीं।

6. ट्रेडिंग में अनुशासन की कमी:

  • आप याद रखें एक सफल ऑप्शन ट्रेडर बनने के लिए अनुशासन बहुत जरूरी होता है।
  • ऑप्शन ट्रेडिंग से प्रॉफिट कमाने के लिए आपको अपनी ट्रेडिंग योजना का पालन करना होगा और अपनी भावनाओं के आधार पर ग़लत निर्णय लेने से बचना होगा।

7. गलत समय पर ट्रेंडिंग करने का निर्णय लेना:

  • यदि आप ऑप्शन ट्रेडिंग में नुकसान से बचना चाहते हैं; तो आपको बाजार के ट्रेंड्स का एनालिसिस करना होगा और सही समय पर ट्रेडिंग करने का निर्णय लेना होगा।
  • याद रखें; गलत समय पर ट्रेडिंग करने का निर्णय लेना आपको भारी नुकसान की ओर लेकर जाएगा।

अगर आप ऑप्शन ट्रेडिंग में सफल‌ होना चाहते हैं; तो इसके लिए आपको अनुभवी और जानकार होना पड़ेगा, अपनी भावनाओं पर कंट्रोल रखना सीखना होगा;

आपको एक अच्छी स्ट्रैटजी का इस्तेमाल करना चाहिए, रिस्क मैनेजमेंट सीखना होगा, धैर्य रखना होगा; एक अच्छे ब्रोकर का चुनना करना होगा, अनुशासित रहना होगा, लगातार सीखने की आदत डालनी होगी और सही समय पर ट्रेडिंग करने का निर्णय लेना होगा।

ऑप्शन ट्रेडिंग के महत्वपूर्ण नियम क्या हैं?

ऑप्शन ट्रेडिंग के महत्वपूर्ण नियम कुछ इस प्रकार हैंहर ऑप्शन का एक एक्सपायरी डेट होता है; स्ट्राइक प्राइस, कॉल ऑप्शन, पुट ऑप्शन, प्रीमियम; ये वे महत्वपूर्ण नियम हैं; जिनके बारे में आपको अच्छे से समझना चाहिए।

ऑप्शन ट्रेडिंग के लिए कौन सी स्ट्रैटजी है?

ऑप्शन ट्रेडिंग के लिए एक नहीं कई स्ट्रैटजी इस्तेमाल किए जाते हैं; जैसे – कवर कॉल, प्रोटेक्टिव पुट, स्ट्रैडल आदि।

ऑप्शन ट्रेडिंग के रिस्क क्या-क्या हैं?

ऑप्शन ट्रेडिंग के रिस्क में शामिल हैं – टाइम लिमिट; बाज़ार की अस्थिरता, गलत स्ट्रैटजी; लेकिन अगर आप ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में अच्छे से सीख लेते हैं; तो आप ट्रेडिंग में होने वाले रिस्क से बच सकते हैं।

ऑप्शन ट्रेडिंग शुरू करने से पहले क्या ध्यान चाहिए?

ऑप्शन ट्रेडिंग शुरू करने से पहले आपको ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में अच्छा एजुकेशन हासिल करना होगा, लगातार अभ्यास करना होगा और रिस्क मैनेजमेंट को अच्छे से समझना होगा।

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बेस्ट इन्वेस्टमेंट प्लान फॉर लॉन्ग टर्म

यदि आप अपनी बचत को डबल करना चाहते हैं; तो आप बेस्ट इन्वेस्टमेंट प्लान फॉर लॉन्ग टर्म के बारे में अच्छे से समझें; यहाँ दिए गए सभी बेस्ट इन्वेस्टमेंट प्लान बहुत ही कारगर हैं; जो आपकी फाइनेंशियल फ्रीडम हासिल करने में मदद करेंगी; चाहे आप अमीर हो या गरीब!

बेस्ट इन्वेस्टमेंट प्लान फॉर लॉन्ग टर्म

कौन ऐसा है; जो नहीं चाहता कि उसकी मेहनत की कमाई सुरक्षित रहे; और दिन दुनी रात चौगुनी बढ़ती रहे? हर कोई चाहता है; चाहे वह अमीर हो या गरीब।

बस दिक्कत इस बात की है कि लोगों को निवेश से जुड़े प्लान के बारे में सही जानकारी नहीं है; वे जाने-अंजाने में ऐसी स्कीम या प्लान में निवेश कर देते हैं; जहांँ उनके निवेश पर वह रिटर्न नहीं मिल‌ पाता; जिसकी वे उम्मीद करते हैं।

लेकिन अब आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है; क्योंकि आज हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से कुछ ऐसे बेस्ट इन्वेस्टमेंट प्लान‌ के‌ बारे में बताने जा रहे हैं; जो आपको लॉन्ग टर्म में अच्छा रिटर्न देने की संभावना रखता है; 

तो चलिए पोस्ट में आगे बढ़ते हैं; और जानते हैं कि वो बेस्ट इन्वेस्टमेंट प्लान कौन से हैं; जहाँ आपकी मेहनत की कमाई सुरक्षित तो है; साथ ही आपको फाइनेंशियल फ्रीडम देने की क्षमता भी रखता है।

बेस्ट इन्वेस्टमेंट प्लान फॉर लॉन्ग टर्म से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें:

  • निवेश से पहले अपने फाइनेंशियल लक्ष्यों को समझें – निवेश करने से पहले आपको यह अच्छे से पता होना चाहिए कि आप निवेश किसलिए कर रहे हैं? क्या आप अपने रिटायरमेंट के लिए पैसा बचाना चाहते हैं? क्या आप नया घर खरीदना चाहते हैं या फिर अपने बच्चों के एजुकेशन के लिए पैसा बचत करना चाहते हैं? 
  • निवेश करने से पहले आप अपने रिस्क लेने की क्षमता को पहचानें – आप हमेशा यह बात याद रखिएगा कि कोई भी निवेश बिना रिस्क के नहीं होता है; अगर आप कहीं निवेश कर रहे हैं; तो इसका मतलब यह है कि आप रिस्क ले रहे हैं; इसलिए आप निवेश करने से पहले अपने रिस्क लेने की क्षमता का अच्छे से पहचान करें; ताकि आप बड़े नुकसान से बच सकें।
  • अपने सारे पैसे एक ही कंपनी में कभी न लगाएं – यदि आप निवेश में होने वाले जोखिम से बचना चाहते हैं; तो आप अपने पैसे को एक जगह पर निवेश करने से बचें; अगर आपको निवेश करना है; तो आप अलग-अलग कंपनियों या एसेट्स में निवेश करें; क्योंकि ऐसा करने से आपको यह लाभ होता है कि अगर एक कंपनी बैठ गई तो दुसरी कंपनी आपके नुकसान की भरपाई कर देगी; मतलब आपके निवेश में होने वाला जोखिम कम हो जाएगा; और लॉन्ग टर्म में अच्छा रिटर्न मिलने की संभावना बढ़ जाएगी।

चलिए बेहतरीन इन्वेस्टमेंट प्लान पर एक नज़र डालते हैं:

  • म्यूचुअल फंड्स: अगर आप निवेश में कम जोखिम लेना चाहते हैं; और एक साथ कई कंपनियों और एसेट्स में निवेश करना चाहते हैं; तो आपके लिए म्यूचुअल फंड में निवेश करना एक अच्छा विकल्प हो सकता है; आप याद रखें; इक्विटी म्यूचुअल फंड हाई रिस्क के साथ हाई रिटर्न देने की संभावना रखता है; जबकि डेट म्यूचुअल फंड में जोखिम कम होता है; लेकिन रिटर्न भी कम मिलता है; यदि आप दोनों फंडों में निवेश का लाभ उठाना चाहते हैं; तो इसके लिए आप हाइब्रिड फंड में निवेश करने का निर्णय ले सकते हैं।
  • पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF): यदि आप निवेश में बहुत ज्यादा सुरक्षा चाहते हैं; तो आप गवर्नमेंट स्कीम के साथ जा‌ सकते हैं; मेरे कहने का‌ मतलब यह है कि आप अपनी मेहनत की कमाई को पब्लिक प्रोविडेंट फंड में निवेश कर सकते हैं; यहाँ आपको बिना अधिक जोखिम के 7.1% का सालाना ब्याज दर मिलेगा; यह लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट प्लान आपके लिए निवेश का एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
  • नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS): यदि आप सरकारी या प्राइवेट जॉब करते हैं; और आपको हर महीने सैलरी मिलती है; और आप उस सैलरी में से कुछ पैसे बचत के तौर पर निवेश करना चाहते हैं; तो आपके लिए नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) एक अच्छा विकल्प हो सकता है; यहाँ आपको आपके रिटायरमेंट के बाद हर महीने सैलरी मिलती है; मतलब रिटायरमेंट के बाद भी आपको किसी तरह की फाइनेंशियल प्रॉब्लम नहीं होती है; और यही नहीं आप अपने निवेश को इक्विटी, कॉरपोरेट बॉन्ड और सरकारी बॉन्ड में निवेश करके अपनी बचत को और बढ़ा सकते हैं।

यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान‌ (ULIP): यह एक बीमा और निवेश आधारित बेस्ट इन्वेस्टमेंट प्लान है; यहां निवेश करने पर आपको एक फायदा मिलता है;

जैसे – लाइफ इंश्योरेंस कवरेज के साथ-साथ आपके पैसे को मार्केट में निवेश किया जाता है; लेकिन वहीं दूसरी तरफ इसमें निवेश करने के नुकसान भी हैं; इस यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान‌ में निवेश करना सरल नहीं होता है; साथ ही इसमें बहुत ज्यादा चार्ज लग जाता है।

निवेश करने से पहले रिस्क लेने की क्षमता को कैसे पहचानें?

यदि आप निवेश करने से पहले रिस्क लेने की क्षमता को पहचानना चाहते हैं; तो इसके लिए आपको करना यह है कि आपके पास निवेश करने के लिए कितना पैसा है; और आप उस पैसे में से कितना पैसा खोने के लिए तैयार हैं; यह सबकुछ आपको अपने फाइनेंशियल लक्ष्यों, खर्चों और भावनाओं के आधार पर तय करते हैं।

निवेश की शुरूआत करने के लिए कितनी पूंजी की जरूरत होती है?

अगर आप निवेश करने का निर्णय ले चुके हैं; पर आप यह नहीं समझ पा रहे हैं कि निवेश करने के लिए आपको कितना पैसा चाहिए; तो आप मेरी सुनिए; आपको निवेश करने के बहुत ज्यादा पैसों की जरूरत नहीं होती है; आप सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के माध्यम से हर महीने अपनी इच्छा के अनुसार सौ रुपए, पांच सौ रुपए या उससे ज्यादा निवेश कर सकते हैं।

लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट के लिए एक फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह लेना क्यों जरूरी है?

यदि आप इन्वेस्टमेंट के क्षेत्र में नए हैं; और आप यह तय नहीं कर पा रहे हैं कि आपको निवेश कहां और किस प्लान में करना चाहिए; तो आप इस स्थिति में किसी अच्छे अनुभवी फाइनेंशियल एडवाइजर की सलाह लेना बहुत फायदेमंद रहता है; क्योंकि उन्हें मार्केट की अच्छी जानकारी होती है; और वे आपको मार्केट के बारे में सटीक जानकारी दे सकते हैं; और उनके बताए गए प्लान में निवेश करने पर आपको ज्यादा जोखिम नहीं लेना पड़ता है।

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सुंदर पिचाई की 1 दिन की सैलरी कितनी है

आज इस पोस्ट में आप जानेंगे कि सुंदर पिचाई की 1 दिन की सैलरी कितनी है; सुंदर पिचाई का घर कैसा है, उनका एजुकेशन क्या है, वे कहाँ के रहने वाले हैं; वे गूगल के सीईओ कैसे बनें और उनकी उम्र कितनी है; सबकुछ एक ही पोस्ट में। 

तो चलिए पोस्ट में आगे बढ़ते हैं; और सबसे पहले जानते हैं कि सुंदर पिचाई की 1 दिन की सैलरी कितनी है?

सुंदर पिचाई की 1 दिन की सैलरी कितनी है?

सुंदर पिचाई की 1 दिन की सैलरी कितनी है – लाखों में या करोड़ों में?

आज इस पोस्ट में हम गूगल और अल्फाबेट इंक. के CEO सुंदर पिचाई के बारे में चर्चा करेंगे; याद रखें; इस शख्स ने अपनी काबिलियत और मेहनत के दम पर गूगल को विश्व स्तर पर‌ एक अलग पहचान दिलायी।

आप जरा सोचकर देखिए; क्या आज गूगल के बिना हमारा जीवन जीना आसान होता; नहीं ना; इस दिग्गज कंपनी ने हमारी जरूरतों को बहुत करीब से महसूस किया; और आज‌ उस जरूरत को पूरा भी कर रही है; इस कंपनी ने हमारे जीने‌ के तरीके को कितना सरल‌ बना‌ दिया।

अब चलिए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि इस दिग्गज कंपनी को एक‌ नई उंचाई पर पहुंचाने वाले सुंदर पिचाई की 1 दिन की सैलरी कितनी है?

सुंदर पिचाई की सालाना कमाई:

आप याद रखें; बीते साल 2022 में, सुंदर पिचाई को गूगल की तरफ से लगभग 1854 करोड़ का सैलरी पैकेज दिया गया था; जिसमें 1788 करोड़ रुपये के शेयर, बाकी उनका बेस सैलरी और बोनस था।

सुंदर पिचाई एक दिन में कितना कमाते हैं?

अगर आपको सुंदर पिचाई के एक दिन की‌ सैलरी के बारे में जानना है; तो आप 1854 करोड़ रुपये के सालाना सैलरी पैकेज को 365 दिनों में बांट दें; तो सुंदर पिचाई की एक दिन की कमाई लगभग 5 करोड़ रुपये आएगी; मतलब सुंदर पिचाई की एक दिन की कमाई 5 करोड़ रुपए है।

ये पैसे कहां से आते हैं?

सुंदर पिचाई को इतनी ज्यादा सैलरी मिलती कैसे हैं; यह पैसा आखिर आता कहाँ से है; तो आप ध्यान से समझिए कि गूगल और अल्फाबेट इंक. सफल‌ कंपनियों में से एक है; इस कंपनी की मुख्य इनकम स्रोत विज्ञापन है;

इस कंपनी को सफल बनाने में सुंदर पिचाई ने अहम भूमिका निभाई है; इन्होंने गूगल को सफल बनाने के लिए दिन‌-रात मेहनत की; उनकी मेहनत और काबिलियत को देखते हुए कंपनी ने एक नियम बनाया कि कंपनी को होने वाले प्रॉफिट का एक हिस्सा कंपनी चलाने वाले को दिया जाएगा।

सुंदर पिचाई का घर कैसा है?

अगर बात करें सुंदर पिचाई के घर की; तो उन्होंने कुछ साल पहले लगभग 40 मिलियन डॉलर (करीब 328 करोड़ रुपये) में घर खरीदा था;

उनका यह घर करीब 31.17 एकड़ भूमि में फैला हुआ आलीशान और खूबसूरत घर है; उनका यह घर अल्टोस हिल्स, कैलिफोर्निया में एक पहाड़ी की चोटी पर बना हुआ है; 

उनके इस घर में कई तरह के आधुनिक सुविधाएं मौजूद हैं; उनके घर में इन्फिनिटी पूल, जीमन्यूजियम, शराब का कमरा, पर्सनल स्पा, गेस्ट हाउस और भी बहुत कुछ है; उनके इस घर का इंटीरियर उनकी पत्नी अंजलि पिचाई ने डिजाइन किया है।

सुंदर पिचाई एजुकेशन क्या है?

अगर बात करें; सुंदर पिचाई के एजुकेशन की; तो उन्होंने आईआईटी (IIT) खड़गपुर से मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग में बी.टेक. की डिग्री ली; उसके बाद उन्होंने एम.एस. की पढ़ाई स्टैनफोर्ड‌ यूनिवर्सिटी से की; फिर उन्होंने ने पेनसिल्वेनिया युनिवर्सिटी से MBA की डिग्री हासिल की।

सुंदर पिचाई कहां के रहने वाले हैं?

गूगल और अल्फाबेट इंक. कंपनी के CEO सुंदर पिचाई का जन्मस्थल भारत के तमिलनाडु राज्य का मदुरै शहर है; लेकिन इस समय वे युनाइटेड स्टेट्स अमेरिका के कैलिफोर्निया राज्य में रहते हैं।

सुंदर पिचाई का जन्म 10 जून, 1972 को तमिलनाडु राज्य के मदुरै शहर में हुआ था; उनकी‌ स्कूली शिक्षा मदुरै के श्यामाप्रसाद स्कूल से पूरी‌‌ हुई; इसके बाद उन्होंने आईआईटी खड़गपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की; 

फिर उसके बाद उन्होंने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग की डिग्री ली; और उसके बाद उन्होंने वॉर्टन स्कूल से MBA की। 

2004 का साल था, जब सुंदर पिचाई ने पहली बार गूगल में कदम रखा; तब से लेकर आज तक उन्होंने गूगल के कई‌ प्रोडक्ट्स, जैसे – एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम, क्रोम वेब ब्राउज़र, और गूगल क्रोम ओएस आदि के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया; 

उनके इस योगदान के लिए उन्हें 2015 में गूगल का CEO चुना गया; फिर 2019 में उनकी‌ काबिलियत को देखते हुए उन्हें अल्फाबेट का भी CEO चुन लिया गया; आज के डेट में वे दुनिया के सबसे प्रभावशाली व्यक्तित्व वाले CEO हैं।

सुंदर पिचाई गूगल के सीईओ कैसे बनें?

सुंदर पिचाई के लिए गूगल का CEO बनना इतना आसान नहीं था; लेकिन उन्होंने अपनी मेहनत और काबिलियत के दम पर गूगल का सीईओ बनकर पूरी दुनिया को आश्चर्य में डाल दिया।

कोई सोच भी नहीं सकता था कि भारत के तमिलनाडु राज्य के छोटे से शहर मदुरै का रहने वाला एक सीधा-साढ़ा लड़का गूगल का सीईओ बन जाएगा; पर उन्होंने कर दिखाया; वे आज‌ देश के लाखों-करोड़ों युवाओं के आईकॉन बन चुके हैं।

चलिए अब हम जान लेते हैं कि उनके CEO बनने का सफ़र कहाँ से शुरू होता है?

सुंदर पिचाई का CEO बनने का रास्ता IIT खड़गपुर से शुरू होता है; उन्होंने मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग की डिग्री ली; लेकिन उनका शौक टेक्नोलॉजी में था;‌ और उन्होंने अपने इस शौक‌ को काबिलियत में बदल‌ दिया। 

गूगल का CEO बनने से पहले, सुंदर पिचाई ने तकनीकी दिग्गजों, अप्लाईड मैटेरियल्स और मैकिन्से में काम करके‌ अनुभव हासिल किया; और‌ इसी अनुभव के आधार पर उन्हें अपने सपने को सच करने की ताकत मिली; 

और कुछ समय की कड़ी मेहनत, टीम मैनेजमेंट और जोखिम लेने की क्षमता के आधार पर उन्हें गूगल में CEO बनने का मौका मिला।

आप याद रखें; सुंदर पिचाई का गूगल का सीईओ बनने का रास्ता बिल्कुल आसान नहीं था; उन्होंने लंबे समय तक कड़ी मेहनत की, जीवन में आने वाली असफलताओं से सीखा और लक्ष्य पर तबतक डटे रहें जबतक गूगल के CEO नहीं बन गये; 

इसे भी पढ़ें : निवेश का सबसे अच्छा तरीका क्या है?

याद रखिए, सफलता रातों-रात नहीं मिलती, लगन, मेहनत और धैर्य से ही सफलता हासिल होती है।

क्या गूगल का सीईओ बनने के लिए IIT करना जरूरी है?

नहीं, ऐसी कोई बात नहीं है; गूगल का CEO बनने के लिए आपको यह जरूरी नहीं है कि आप IIT करें; जरूरी तो यह है कि आपके पास हाई लेवल टेक्निकल नॉलेज, समस्या-समाधान क्षमता और नेतृत्व करने  गुण हों।

क्या हर सीईओ को सुंदर पिचाई जितनी सैलरी मिलती है?

बिल्कुल नहीं, सुंदर पिचाई को कमाई के मामले में दुनिया के टॉप सीईओज़ में से एक माना जाता है।

वर्तमान में सुंदर पिचाई की उम्र कितनी है?

अगर बात करें सुंदर पिचाई की उम्र की तो वर्तमान में उनकी उम्र 51 वर्ष है। वे 10 जून 1972 को भारत के तमिलनाडु राज्य के मदुरै शहर में पैदा हुए थे।

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निवेश का सबसे अच्छा तरीका क्या है?

आज इस पोस्ट में आप जानेंगे निवेश का सबसे अच्छा तरीका क्या है? इस पोस्ट में आप निवेश करने के वो तरीके सीखेगें; जिसमें जोखिम कम होगा और प्रॉफिट होने की संभावना ज्यादा होगी।

निवेश का सबसे अच्छा तरीका क्या है?

यदि आप भी थोड़ी बहुत बचत कर लिए हैं; तो अब आपके मन में यह सवाल उठ रहा होगा कि आप अपनी बचत को ऐसी कौन सी जगह पर निवेश करें; जहां से आपको अच्छा खासा रिटर्न मिल सके।

तो मैं आपको बता दूं; आपके इस सवाल का जवाब देना मेरे लिए थोड़ा मुश्किल है; क्योंकि निवेश करते समय आपके फाइनेंसियल कंडीशन और जोखिम लेने की क्षमता क्या है; यह सिर्फ आप जानते हैं;

और इसी के आधार पर आप निवेश करने का निर्णय लेंगे; इसलिए आपके इस सवाल का जवाब आपके परिस्थितियों, निवेश लक्ष्यों और जोखिम लेने की क्षमता के आधार पर दिया जा सकता है;

लेकिन आप चिंता ना करें; आज इस पोस्ट में हम आपको निवेश करने के कुछ ऐसे बेहतरीन तरीके बताने जा रहे हैं; जिसे अगर आप अपनी सुझबुझ के साथ अपनाते हैं; तो आपको लॉन्ग टर्म में अच्छा रिटर्न मिलने की संभावना होगी।

लेकिन उससे पहले आपको अपने निवेश लक्ष्यों को निर्धारित करना होगा; आपको खुद से यह पूछना होगा कि आप किस तरह के लक्ष्य को हासिल करना चाहते हैं; क्या आप अपने रिटायरमेंट के लिए पैसे बचाना चाहते हैं? या फिर आप अपने बच्चों की पढ़ाई के लिए बचत करना चाहते हैं? या आप आने वाले समय में अपना खुद का बिजनेस स्टार्ट करना चाहते हैं?

एक बार जब आप अपने लक्ष्य को निर्धारित कर लेते हैं; और अपने जोखिम लेने की क्षमता को अच्छे से पहचान लेते हैं; तो आपके लिए निवेश करना आसान हो जाता है; और आप आत्मविश्वास के साथ निवेश करने के लिए आगे बढ़ते हैं; और आप एक सही निवेश करने के तरीके को चुनते हैं।

निवेश का सबसे अच्छा तरीका क्या है (Investment Ka Sabse Achchha Tarika Kya Hai):

  1. म्यूचुअल फंड: शेयर मार्केट में निवेश करने का यह सबसे आसान तरीका है; इसमें निवेश करने के लिए आपको खुद रिसर्च करने की जरूरत नहीं होती है; आपके लिए यह सबकुछ एक अनुभवी म्यूचुअल फंड मैनेजर करता है; वह आपके पैसे को एक साथ कई तरह की अच्छी कंपनियों, बॉन्डों और अन्य एसेट्स में निवेश करता है; जिससे आपके पैसे के डूबने का जोखिम बहुत ज्यादा कम हो जाता है; और रिटर्न मिलने की संभावना बढ़ जाती है।
  2. पीपीएफ (PPF): यह निवेश करने का वह तरीका है; जिसमें आप एक सरकारी स्कीम में निवेश करते हैं; पीपीएफ में निवेश करने का सबसे ज्यादा फायदा यह है कि आपको यहां गारंटीड रिटर्न मिलने की संभावना होती है; PPF से मिलने वाला ब्याज टैक्स फ्री होता है; आप पीपीएफ कैल्क्युलेटर का इस्तेमाल करके यह पता लगा सकते हैं कि आपको कितने निवेश पर कितने सालों में कितना रिटर्न मिल सकता है।
  3. ईपीएफ (EPF): यदि आप कोई प्राइवेट या गवर्नमेंट जॉब कर रहे हैं; तो आप जैसे सैलरी पाने वाले लोगों के लिए EPF (ईपीएफ) में निवेश करना एक सही विकल्प हो सकता है; चलिए जानते हैं कि यह निवेश काम कैसे करता है; इस निवेश में आप और आपकी कंपनी दोनों मिलकर हर महीने एक निश्चित अमाउंट डिपॉजिट करते हैं; और यह निवेश किया गया अमाउंट आपको अपने रिटायरमेंट के बाद अच्छे रिटर्न के साथ मिलता है।
  4. शेयर मार्केट: आप इस बात को हमेशा याद रखिएगा; अगर आप डायरेक्ट शेयर मार्केट में निवेश करने के बारे में सोच रहे हैं; तो यह आपके लिए बहुत ज्यादा जोखिम भरा हो सकता है, लेकिन अगर आप अपनी सुझबुझ और समझदारी से निवेश करने का निर्णय लेते हैं; तो यहांँ से ज्यादा रिटर्न और कहीं नहीं मिलता है; और हाँ, यहाँ से ज्यादा कहीं और पैसा भी नहीं डूबता है; इसलिए शेयर मार्केट में निवेश करने से पहले अच्छी तरह से रिसर्च करें; और अपने जोखिम लेने की सहनशीलता को समझें; और फिर निवेश करें।
  5. बैंक में एफडी कराएं: आप याद रखें; अगर आप बहुत ज्यादा जोखिम नहीं लेना चाहते हैं; तो आपके लिए एफडी (FD) निवेश करने का सबसे सुरक्षित तरीका हो सकता है; लेकिन आप यह भी याद रखिएगा; इसमें रिटर्न भी आपको बहुत कम मिलता है; यह निवेश आपके शॉर्ट टर्म लक्ष्यों के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है।

निवेश का बेस्ट तरीका चुनने के लिए ये टिप्स याद रखें:

  • रिस्क लेने की क्षमता को पहचानें: आप याद रखें; हर एक निवेश में कुछ न कुछ जोखिम जरूर होता है; बिना जोखिम के कोई भी निवेश आपको रिटर्न नहीं दे सकता; इसलिए निवेश करने से पहले आप यह तय करें कि आप अपने किए गए निवेश में कितना जोखिम उठाने के लिए तैयार हैं।
  • निवेश का समय निर्धारित करें: यदि आपका निवेश लक्ष्य लॉन्ग टर्म के लिए है; तो आप ज्यादा जोखिम वाले निवेश का चुनाव कर सकते हैं; लेकिन हाँ, सही रिसर्च और सुझबुझ के साथ; अगर आपका लक्ष्य शॉर्ट टर्म के लिए है; तो आप सुरक्षित निवेश विकल्प के साथ जा सकते हैं।
  • पोर्टफोलियो डायवर्सिफिकेशन: आप याद रखें; अपनी सारी जमा-पूंजी एक ही तरह के निवेश में न लगा दें; आप अलग-अलग तरह के निवेश में बाँटें; क्योंकि इससे आपका जोखिम कम हो जाता है; और लॉन्ग टर्म में अच्छा रिटर्न मिलने की संभावना बढ़ जाती है।
  • फाइनेंशियल एडवाइजर से परामर्श लें: अगर आप निवेश करने के क्षेत्र में एक कच्चा खिलाड़ी हैं; तो आप कहीं पर भी निवेश करने से पहले किसी अनुभवी फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह जरूर लें; क्योंकि इससे आपको निवेश करने का सही निर्णय लेने में मदद मिलेगी।

याद रखें, निवेश एक दिन के हार-जीत का खेल नहीं है; बल्कि यह एक लंबे समय के इंतजार का खेल है; इसलिए इसे धैर्य, अच्छी रिसर्च और सुझबुझ के साथ खेलें; फिर देखिएगा, जीत आपकी ही होगी।

क्या मैं कम पैसे से भी निवेश शुरू कर सकता हूं?

हाँ, बिल्कुल ! आप कम पैसे में भी निवेश कर सकते हैं; आप SIP (सिस्टेमेटिक इंवेस्टमेंट प्लान) के माध्यम से हर महीने अपनी बचत के अनुसार एक निश्चित अमाउंट, जैसे ₹500 से भी आप निवेश की शुरुआत कर सकते हैं; SIP के माध्यम से निवेश करना जोखिम को काफी हद तक कम कर देता है।

निवेश के लिए कितना पैसा लगाना चाहिए?

निवेश में पैसा लगाना, यह आपके फाइनेंशियल कंडीशन और जोखिम लेने की क्षमता पर डिपेंड करता है कि आप कितना पैसा निवेश कर सकते हैं; आप SIP के माध्यम से हर महीने ₹500 के बजट से भी निवेश की शुरुआत कर सकते हैं।

निवेश के बारे में सीखने के लिए कोई अच्छे विकल्प हैं?

हाँ, निवेश के बारे में सीखने के लिए एक नहीं कई विकल्प मौजूद हैं; आप निवेश के बारे में सीखने के लिए किताब, ब्लॉग, यूट्यूब और कुछ लोकप्रिय वेबसाइट्स की मदद ले सकते हैं; और अपने निवेश के बारे में सीखने की जर्नी को आगे ले जा सकते हैं।

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पैसे को दोगुना करने का सबसे आसान तरीका

आज इस पोस्ट में आप अपने पैसे को दोगुना करने का सबसे आसान तरीका तरीका क्या है? यह जानने वाले हैं; यहाँ बताए गए सभी तरीके आपके लिए तब काम करना शुरू करते हैं; 

जब आप इन्हें बहुत ही बारीकी से समझ लेते हैं; तो चलिए पोस्ट में आगे बढ़ते हैं; और जान लेते हैं कि पैसा दोगुना करने का तरीका क्या क्या है?

पैसे को दोगुना करने का सबसे आसान तरीका क्या है?

पैसे को दोगुना करने का सबसे आसान तरीका क्या है और कैसे काम करते हैं:

क्या आप भी अपने पैसे को चुटकियों में दोगुना, तीन गुना और चार गुना करने का और रातों-रात करोड़पति बनने का सपना‌ देख रहे हैं?

तो ध्यान से मेरी बात सुनिए; पैसा कमाना आसान हो सकता है; लेकिन चुटकियों में आपको सबकुछ मिल जाए, इतना आसान नहीं हो सकता।

अक्सर लोग पैसे को दोगुना-तीनगुना करने के चक्कर ऐसे फंसते हैं कि वे अपना सबकुछ गंवा देते हैं; आप हमेशा इस बात को याद रखिएगा;

आपके आसपास ऐसे लोग होते हैं; जो आपकी कमजोरी का फायदा उठाकर आपको रंगीन सपने दिखाते हैं; मतलब आपको अपने जाल में फांस लेते हैं; और आपको लूट कर अपनी तिजोरी भरते हैं।

आपको पता होना चाहिए कि रातों-रात पैसा दोगुना करने वालों का काम क्या होता है; थोड़ा ध्यान से समझिए – एक आदमी आप से ₹500 रुपए लेता है, और वह आपको एक दिन में अपने पास से ₹500 का ₹1000 देता; और आप ₹1000 पाकर खुश हो जाते हैं; यह तरीका आपको बहुत ज्यादा पसंद आता है; 

और आप इस बारे में अपने आस-पास अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को बताते हैं; हर कोई पैसा डबल करने के लिए उस आदमी को और पैसा देता है; और वह सबको रातों-रात डबल करके दे देता है; 

इस तरह से उसकी पब्लिसिटी बढ़ती है; और ज्यादा से ज्यादा लोग पैसा डबल करने के लिए उसे पैसे देते हैं; और जब उसके पास पैसा बहुत ज्यादा इकट्ठा हो जाता है; तो वह आपके पैसे को लेकर ऐसी जगह पर भाग जाता है; जहां उसे ढूंढना मुश्किल नहीं नामुमकिन होता है।

यदि आप अपने पैसे को बढ़ाना चाहते हैं; तो आपको इस पोस्ट में बताए गए तरीकों पर काम करना होगा; ये वे पैसा कमाने के तरीके हैं; जो आपको पैसा डबल करने की गारंटी नहीं देते हैं; लेकिन हाँ, ये आपको स्मार्ट तरीके से पैसा कमाने का अवसर जरुर देते हैं; 

अगर आप मेहनत करते हैं और दिमाग लगाते हैं; तो आप इन तरीकों को अपनाकर कर अमीर भी बन सकते हैं; तो चलिए एक-एक कर इन तरीकों के बारे में जान‌ लेते हैं।

1. निवेश करने की कला सीखें: 

यदि आप अपने बचत किए हुए पैसे को दोगुना करना चाहते हैं; तो आपको निवेश करने के बारे में अच्छी तरह से सीखना होगा;

जब आप निवेश करने के बारे में अच्छी तरह से सीख जाते हैं; तो आप शेयर मार्केट और म्यूचुअल फंड्स जैसे निवेश विकल्प का चुनाव कर सकते हैं।

लेकिन हाँ, निवेश करने से पहले आपको अपने फाइनेंशियल कंडीशन और जोखिम लेने की क्षमता को अच्छे से समझना होगा; क्योंकि कोई भी निवेश बिना जोखिम के नहीं होता है; किसी में कम तो किसी में ज्यादा होता ही है।

जब भी आप शेयर मार्केट या म्यूचुअल फंड में निवेश करें; तो आप लंबी अवधि के लिए करें; शॉर्ट टर्म के लिए निवेश करने से बचें; क्योंकि शॉर्ट टर्म निवेश में जोखिम बहुत ज्यादा होता है; जबकि लंबी अवधि में जोखिम कम और अच्छे रिटर्न की संभावना अधिक होती है।

2. अपने फिजूलखर्ची पर कंट्रोल करें:

अगर आप सचमुच अमीर बनना चाहते हैं; तो आपको अपने फिजूलखर्ची पर आज से ही कंट्रोल करना शुरू करना होगा; क्योंकि आप जितना अधिक बचत करेंगे; उतना ही अधिक आप निवेश कर सकेंगे; और जितना अधिक निवेश होगा; उतना ही अधिक आने वाले समय में आपके पास पैसा होगा।

आप हमेशा इस बात को याद रखिएगा; बूंद-बूंद से घड़ा भरता है; ठीक इसी तरह से एक-एक रुपए से करोड़ों की संपत्ति बनती है; लेकिन तब जब लगातार बचत किया जाये।

चलिए जानते हैं; पैसा दोगुना करने का तरीका और कौन से हैं:

यहांँ पैसा बनाने के कुछ और तरीके दिए जा रहे हैं; जो आपके लिए काम कर सकते हैं; बस आप मेहनत करना न छोड़ें; क्योंकि अगर आप बीच में ही मेहनत करना छोड़ देते हैं; तो आपके लिए कोई भी तरीका 100% काम नहीं करेगा।

3. अपने टैलेंट को निखारें और ज्यादा पैसे कमाएं: 

आप हमेशा इस बात को याद रखिएगा; पैसा कमाने के लिए आपको किसी दूसरे के लिए कमर तोड़ मेहनत करने की जरूरत नहीं है; आज के इस आधुनिक युग में आप अपने टैलेंट को पहचानकर, उसे निखार कर अच्छा पैसा कमाया जा सकता है।

आप ब्लॉगिंग कर सकते हैं, यूट्यूब पर‌ वीडियो बना‌ सकते हैं; फ्रीलांसिंग कर सकते हैं या कोई ऑनलाइन बिजनेस शुरू करके अच्छा-खासा पैसा बनाया जा सकता है; इसके लिए आपको धैर्य के साथ तबतक लगे रहना होगा; जबतक आपको सफलता नहीं मिल जाती है।

4. बचत करने की आदत डालें: 

आपके घर में अमीरी इस बात से नहीं आती है कि आप कितना कमाते हैं; बल्कि इस बात से आती है कि आप कितना बचाते हैं; क्योंकि जितनी अधिक आपकी बचत होगी; उतना अधिक आपका निवेश होगा; और जितना अधिक आपका निवेश होगा; उतना अधिक आपके पास पैसा होगा; 

इसलिए मेरी मानिए, आप जितना कमाते हैं; उसमें से हर महीने 20% बचाने की आदत डालिए; बचत अधिक हो जाए; लेकिन इससे कम नहीं होना चाहिए।

अंत में: आप मेरी इस बात को हमेशा याद रखिएगा; पैसा दोगुना करने का कोई आसान तरीका नहीं है; इसके लिए आपको मेहनत करनी होगी; बचत करनी होगी; निवेश करना होगा; और धैर्य रखना होगा; फिर तब जाकर एक लंबे समय के बाद आपका पैसा दोगुना होगा; 

इसलिए मेरी मानिए, आप रातों-रात अमीर बनने का सपना छोड़ दीजिए; आज से ही बचत करने की योजना बनाएं; बचत किए हुए पैसे को निवेश करने के बारे में स्मार्ट तरीके से सोच और आगे बढ़े; वह दिन दूर नहीं जब आपकी भी अमीरों में गिनती होगी।

क्या रातोंरात पैसा डबल करने का कोई आसान तरीका है?

नहीं रातों-रात पैसा डबल करने का कोई आसान तरीका नहीं है; इसके लिए आपको लंबी अवधि के लिए निवेश करने की जरूरत है; आप हमेशा याद रखिएगा; लंबी अवधि के लिए किया गया निवेश आपको अच्छा रिटर्न देने की संभावना रखता है; इसलिए निवेश एकमात्र व तरीका है; जिससे आप अपने पैसे को दोगुना, तीन गुना या चार गुना कर सकते हैं।

निवेश शुरू करने के लिए कितना पैसा चाहिए?

निवेश शुरू करने के लिए आपको बहुत ज्यादा पैसों की जरूरत नहीं होती है; आप हर महीने ₹500 जैसे छोटी राशि से निवेश की शुरुआत कर सकते हैं; मतलब आप हर महीने ₹500 से सिस्टेमेटिक इंवेस्टमेंट प्लान (SIP) के माध्यम से लंबी अवधि के लिए म्युचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं।

पैसे बचाने के लिए कोई आसान तरीका है, क्या?

यदि आप अपनी मेहनत की कमाई में से बचत करना चाहते हैं; तो इसके लिए आपको एक बजट बनाना होगा; और इस बजट के हिसाब से आपको चलना होगा; आपको अपनी फिजूल खर्ची पर कंट्रोल करना होगा; आप तब तक कोई चीज नहीं खरीदेंगे; जब तक आपको उस चीज की बहुत ज्यादा आवश्यकता न हो।

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इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है (what is intraday trading in hindi)?

इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है (What is intraday trading in Hindi): यह शेयर खरीदने का वह तरीका है; जिसमें ट्रेडर्स एक ही ट्रेडिंग दिन में शेयर खरीदते और बेचते हैं; एक ही दिन के भीतर प्रॉफिट और नुकसान करते हैं।

इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है (what is intraday trading in hindi)?

इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है (What is intraday trading in Hindi) और इसमें निवेश करने के फायदे:

शेयर मार्केट में पैसे बनाने के एक नहीं कई तरीके हैं; लेकिन उनमें से सबसे फास्ट और बहुत जल्दी पैसे बनाने का तरीका इंट्राडे ट्रेडिंग है; इस ट्रेडिंग में आप एक ही दिन के अंदर शेयर खरीदते और बेचते हैं;

इस शॉर्ट टर्म इंवेस्टमेंट स्ट्रैटजी की मदद से आप बाजार में चल रही उथल-पुथल से अच्छा प्रॉफिट बना सकते हैं।

शेयर मार्केट में इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे काम करती है?

इंट्राडे ट्रेडिंग में आप सुबह 9:15 से शाम 3:15 के बीच में किसी ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म, जैसे – एंजल वन (Angel One), अपस्टॉक्स (UpStox) या ज़ेरोधा (Zerodha) पर शेयर खरीदने या बेचने का ऑर्डर लगाते हैं; 

और तबतक आप अपने निवेश पर नज़र रखते हैं; जबतक आपको प्रॉफिट या नुकसान न हो जाए; आप प्रॉफिट या नुकसान होने पर शाम 3:15 से पहले अपने शेयरों को बेचकर मार्केट से बाहर निकल जाते हैं।

चलिए इसे उदाहरण के माध्यम से समझ लेते हैं; मान लीजिए, आपने सुबह 9:15 के बाद एक शेयर खरीदा जिसकी मार्केट वैल्यू ₹100 है; आप इस शेयर को आप अपने पास तब तक रखते हैं जब तक इसकी कीमत बढ़ न जाए; 

मतलब आपका खरीदा हुआ शेयर ₹100 से ज्यादा न हो जाए; और जैसे ही इसकी कीमत बढ़ती है; इसे शाम 3:15 से पहले बेचकर आप लाभ कमा लेते हैं।

इंट्राडे ट्रेडिंग करने के फायदे क्या-क्या हैं?

शेयर मार्केट में इंट्राडे ट्रेडिंग करने के एक नहीं कई फायदे हैं; इनमें से कुछ फायदे इस प्रकार हैं:

  • कम समय में हाई रिटर्न की संभावना: इंट्राडे ट्रेडिंग में सुबह 9:15 और शाम 3:15 के बीच में आप मार्केट में होने वाले उतार-चढ़ाव से बहुत कम समय में अच्छा प्रॉफिट बना सकते हैं; इस ट्रेडिंग में दो तरह से पैसा बनता है; पहला अगर मार्केट तेजी से बढ़ रहा है, तो आप शेयर खरीदते हैं; और यदि मार्केट नीचे गिर रहा है; तो आप शेयर बेचकर पैसे कमाते हैं; याद रखें इंट्राडे ट्रेडिंग करने के दो ऑप्शन मिलते हैं; Buy और Sell; आप अपनी स्ट्रैटजी के अनुसार कोई भी ऑप्शन चुन सकते हैं।
  • कम निवेश पूंजी की आवश्यकता: इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए आपको बहुत ज्यादा पैसे की जरूरत नहीं पड़ती है; आप थोड़ा सा भी पैसा लगाकर इंट्राडे ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं; अगर आप किसी अच्छे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म, जैसे – एंजल वन (Angel One), अपस्टॉक्स (UpStox) या ज़ेरोधा (Zerodha) पर ट्रेडिंग कर रहे; तो आपको अच्छा मार्जिन मिलता है; जिससे कम पैसे में भी आपकी ट्रेडिंग और आसान हो जाती है।
  • निवेश करने का शॉर्ट टर्म इंवेस्टमेंट स्ट्रैटजी: याद रखिएगा; इंट्राडे ट्रेडिंग एक शॉर्ट टर्म इंवेस्टमेंट स्ट्रैटजी है; इस स्ट्रैटजी के माध्यम से आप एक दिन के अंदर प्रॉफिट और नुकसान करते हैं; इसके लिए आपको बहुत ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ता है।

इंट्राडे ट्रेडिंग के नुकसान क्या हैं?

जहां धूप वहीं छाँव, जहाँ दिन वहीं रात; ठीक इसी तरह से इंट्राडे ट्रेडिंग में भी जहांँ फायदा है; वहीं कुछ नुकसान भी हैं:

  • हाई रिस्क इंवेस्टमेंट: आप याद रखें; इंट्राडे ट्रेडिंग हाई रिस्क इंवेस्टमेंट स्ट्रैटजी है; इसलिए यहाँ मार्केट में होने वाले उतार-चढ़ाव से लाभ के साथ-साथ नुकसान होने की भी संभावना रहती है।
  • टेक्निकल एनालिसिस की समझ: अगर आप इंट्राडे ट्रेडिंग करके अच्छा प्रॉफिट बनाना चाहते हैं; तो आपको मार्केट की टेक्निकल और फंडामेंटल एनालिसिस की अच्छी समझ विकसित करनी होगी; वरना आप लाभ कमाने के लिए सिर्फ तुक्के बाजी करेंगे; और अपना नुकसान कर बैठेंगे।
  • समय की मांग: आप याद रखिएगा; इंट्राडे ट्रेडिंग में आपको समय देना होगा; आपको मार्केट पर कड़ी नज़र रखनी होगी; क्योंकि इंट्राडे ट्रेडिंग में पूरा खेल समय और मार्केट में होने वाले उतार-चढ़ाव का होता है; और इसी से पैसा बनता है।

इंट्राडे ट्रेडिंग शुरू करने के लिए जरूरी चीजें:

यदि आप इंट्राडे ट्रेडिंग शुरू करने का मन बना चुके हैं; तो इसके लिए आपको यहाँ बताई जा रही निम्नलिखित चीजों की जरूरत पड़ेगी:

  • एक डिमैट ट्रेडिंग अकाउंट: इंट्राडे ट्रेडिंग शुरू करने के लिए आपको एक ट्रेंडिंग अकाउंट खोलना होगा; इसके लिए आप किसी ब्रोकर या ऑनलाइन प्लेटफॉर्म की मदद ले सकते हैं।
  • एक अच्छा-सा ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म: इंट्राडे ट्रेडिंग में प्रॉफिट बनाने के लिए आपको एक अच्छे ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म की मदद से शेयर खरीदना और बेचना होगा।
  • मार्केट की अच्छी समझ: इंट्राडे ट्रेडिंग में सफल होने के लिए आपके पास मार्केट की अच्छी समझ होनी चाहिए; क्योंकि बिना मार्केट की समझ के पैसा बनता नहीं डूबता है।

इंट्राडे ट्रेडिंग में सफल होने के लिए सुझाव

अगर आप इंट्राडे ट्रेडिंग में हारना नहीं जीतना चाहते हैं; तो आपको यहांँ दिए जा रहे महत्वपूर्ण सुझावों का पालन करना होगा:

  • अपने रिस्क को मैनेज करें: याद रखें; इंट्राडे ट्रेडिंग एक जोखिम भरा इंवेस्टमेंट स्ट्रैटजी है; इसलिए ट्रेडिंग करते समय आपको अपने रिस्क मैनेजमेंट पर पूरा ध्यान देना चाहिए; आपको बिना स्टॉप-लॉस के कोई भी ट्रेडिंग नहीं करनी चाहिए।
  • मार्केट के उतार-चढ़ाव पर नज़र रखें: यदि आप इंट्राडे ट्रेडिंग से पैसा बनाना चाहते हैं; तो इसके लिए आपको बाजार के उतार-चढ़ाव पर फोकस रखना होगा; क्योंकि बिना मार्केट की चाल को समझें आप एक दिन के लिए मुनाफा कमा सकते हैं; हमेशा के लिए नहीं।
  • एक अच्छी ट्रेडिंग स्ट्रैटजी विकसित करें: लोगों का मानना है कि इंट्राडे ट्रेडिंग में पैसा बनने से ज्यादा पैसा डूबता है; लेकिन एक अच्छी स्ट्रैटजी और मार्केट की समझ से इस ट्रेडिंग में लगातार प्रॉफिट बनाया जा सकता है।

खुद को सीखने का मौका देते रहें: यदि आप इंट्राडे ट्रेडिंग में एक सफल ट्रेडर बनना चाहते हैं; तो इसके लिए आपको लगातार सीखने की जरूरत पड़ेगी; क्योंकि बिना सीखे अच्छा प्रॉफिट बनाना मुश्किल नहीं नामुमकिन है।

इंट्राडे ट्रेडिंग करने के फायदे क्या हैं?

इंट्राडे ट्रेडिंग करने के एक नहीं कई फायदे होते हैं; इस ट्रेडिंग में आपको बहुत कम समय में अच्छा प्रॉफिट कमाने की सहुलियत मिलती है; 
दूसरा फायदा यह है कि इंट्राडे ट्रेडिंग में बाजार की चाल बहुत तेज होती है; जिससे शेयरों को जल्दी से खरीदने और बेचने में मदद मिलती है; 
इंट्राडे ट्रेडिंग में सबसे अच्छी बात यह है कि इसमें शॉर्ट सेलिंग करके शेयर के दाम गिरने पर भी मुनाफा कमाया जा सकता है; इंट्राडे ट्रेडिंग में मार्केट में होने वाले शॉर्ट टर्म उतार-चढ़ाव से ही पैसा बनता है।

शेयर मार्केट में इंट्राडे ट्रेडिंग शुरू करने से पहले क्या करें?

इंट्राडे ट्रेडिंग शुरू करने से पहले मार्केट के बारे में अच्छी तरह से रिसर्च करें; मार्केट की समझ और एक अच्छी स्ट्रैटजी विकसित करें।
इंट्राडे ट्रेडिंग शुरू करने से पहले डेमो अकाउंट मतलब बिना पैसा लगाए ट्रेडिंग करने का अभ्यास करें; और जब आपको अनुभव होने लगे; तो फिर आप ट्रेडिंग शुरू करें; उससे पहले नहीं।
शुरू में आप थोड़े पैसे के साथ ट्रेडिंग करें; ज्यादा के चक्कर में ज्यादा नुकसान हो जाएगा; अनुभव होने पर ही ट्रेडिंग राशि बढ़ाएं; और रिस्क मैनेजमेंट के बिना ट्रेडिंग न करें।

क्या इंट्राडे ट्रेडिंग हर कोई कर सकता है?

अगर आपको जोखिम लेना पसंद है; तो आप इंट्राडे ट्रेडिंग करने का हाई रिस्क ले सकते हैं; अगर आप जोखिम लेने से डरते हैं; तो आप इंट्राडे ट्रेडिंग करने के बारे में न सोचें; आप लॉन्ग टर्म के लिए निवेश करें।

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गरीब कैसे बने करोड़पति (Garib Kaise Bane Crorepati)?

गरीब कैसे बने करोड़पति (Garib Kaise Bane Crorepati): यह पोस्ट आपको गरीबी से छुटकारा दिलाने और करोड़पति बनने में आपकी पूरी मदद करेगा; यहाँ आप गरीब से करोड़पति बनने का बेस्ट तरीका जानेंगे।

गरीब कैसे बने करोड़पति (Garib Kaise Bane Crorepati)?

सिर्फ आप और मैं करोड़पति बनने का सपना नहीं देख रहे हैं! बल्कि आज का पूरा युवा जाति करोड़पति बनने का ख्वाब देख रहा है। यह एक ऐसा सपना है; जो हमें आगे बढ़ने; कुछ अलग करने और कुछ अलग सोचने की हिम्मत देता है। 

लेकिन हर किसी के मन में एक ही कश्मकश है; हर कोई खुद से यही पूछता रहता है कि क्या वह इस जन्म में गरीबी से लड़कर‌ करोड़पति बन पाएगा कि नहीं? 

मेरी मानिए आज के समय में करोड़पति बनने का सपना सच हो‌ सकता है – हाँ, 100%! लेकिन इसके लिए आपको स्मार्ट तरीके से सोचना होगा और धैर्य के साथ मेहनत करनी होगी; 

और इसके साथ सही स्ट्रैटजी तैयार करनी होगी और उस पर तबतक अमल करना होगा; जबतक आप अपनी गरीबी को हराकर करोड़पति नहीं बन‌ जाते हैं।

आप इस बात को हमेशा याद रखिएगा; करोड़पति बनने का कोई शॉर्टकट रास्ता नहीं है; बल्कि यह संघर्षों और चुनौतियों से भरा रास्ता है;

अगर आप इस पर चलते हुए हार मान जाते हैं; तो आप कभी भी अपनी गरीबी से बाहर नहीं निकल पाएंगे; करोड़पति बनना तो दूर की बात हो गयी;

आज इस पोस्ट में हम आपको 5 ऐसे स्टेप्स बताने जा रहे हैं; जिन्हें फॉलो करके आप बहुत आसानी से अपनी गरीबी को हराकर करोड़पति बन सकते हैं;

तो चलिए पोस्ट में आगे बढ़ते हैं; और जानते हैं कि गरीब कैसे बने करोड़पति (Garib Kaise Bane Crorepati)?

गरीब कैसे बने करोड़पति (Garib Kaise Bane Crorepati): सपने को सच करने के स्टेप्स के साथ आगे बढ़ें

यदि आप यहां दिए जा रहे सभी स्टेप्स को मन से अपनाते हैं; तो आप यह मानकर चलिए कि आप अपने करोड़पति बनने के सपने को बहुत ही सरलता से हासिल कर लेंगे;

चाहे आपकी स्थिति कैसी भी हो! गरीब कैसे बने करोड़पति (Garib Kaise Bane Crorepati) स्टेप्स को एक-एक कर अच्छे से समझें और आगे बढ़ें; मंजिल आपका इंतज़ार कर रही है!

आपके अंदर आग जलनी चाहिए:

करोड़पति बनने के सपने को पूरा करने के लिए सबसे पहले आपको अपने अंदर जुनून पैदा करना होगा; मतलब आपके अंदर आग जलनी चाहिए; आपको खुद से यह सवाल करना होगा कि आखिर आप करोड़पति किसलिए बनना चाहते हैं?

कहीं आप किसी को देखकर यह सपना तो नहीं पाल लिए; या फिर आप ज़िंदगी बदलने के लिए और जीवन में कुछ बड़ा करने के लिए; 

जैसे- एक अच्छा जीवन जीने; लोगों की मदद करने, स्कूल-कॉलेज बनवाने या हॉस्पिटल बनवाने के लिए करोड़पति बनना चाहते हैं?

जब आप एक बार यह लक्ष्य तय कर लेते हैं कि आपको करोड़पति क्यों बनना है; तो आप बिना किसी के कुछ कहे; आप अपने इस सपने को पूरा करने में जी-जान से जुट जाते हैं।

स्किल सीखिए और अपने नॉलेज को बढ़ाइए:

आप याद रखें; करोड़पति बनने के सपने को पूरा करने के लिए आपको किसी कॉलेज की डिग्री की ज़रूरत नहीं पड़ती है, लेकिन हाँ, करोड़पति बनने के लिए आपको नए-नए स्किल सीखने के साथ अपने नॉलेज को बढ़ाना बहुत जरूरी है।

आप अपने पसंद के अनुसार किसी ऐसे स्किल में महारत हासिल करिए, जिसका इस आधुनिक समय में बहुत ज्यादा मांग हो;

जैसे, आप आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, कोडिंग, डिजिटल मार्केटिंग, ब्लॉगिंग आदि स्किल सीख सकते हैं; और इनमें महारत हासिल करके अपने सपने को पूरा कर सकते हैं; 

कुल मिलाकर मेरे कहने का मतलब है कि बस आप एक ऐसी स्किल में हीरो बन जाइए जो आपको बाकी लोगों से अलग रखे और आपके करोड़पति बनने के सपने को पूरा करने में आपकी मदद करें।

करोड़पति बनने के सपने को मेहनत से हासिल करें:

हमने आपको पहले ही बता दिया कि करोड़पति बनने का कोई शॉर्टकट रास्ता नहीं है इसके लिए आपको जी तोड़ मेहनत करनी ही होगी;

इसके बिना बात नहीं बनेगी; आपको अपने सपने को हासिल करने के लिए दिन-रात काम करना होगा; वो भी बिना थके; 

हम जानते हैं कि ऐसा करना आपके लिए आसान नहीं होगा; पर आपको यह मानना ही होगा कि करोड़पति बनने के लिए यह करना ही होगा;

याद रखें बिना मेहनत के इस धरती पर कुछ नहीं मिलता; अगर मिल भी जाता है; तो उसका कोई वजूद नहीं होता है।

गरीबी से बाहर निकलने का स्मार्ट तरीका अपनाइए, जोखिम उठाइए:

करोड़पति बनने के लिए सिर्फ मेहनत करना ही काफी नहीं होगा; आपको इसके लिए बेहतरीन प्लान और दमदार रणनीति तैयार करनी होगी; वरना आपका सारा मेहनत पानी में बह जाएगा।

करोड़पति बनने के सपने को पूरा करने के लिए आपको अपने पैसे को बेहतर तरीके से मैनेज करना सीखना होगा; आपको बचत करनी होगी;

और बचत किए हुए पैसे को निवेश करना सीखना होगा; इसके साथ ही आपको जोखिम लेने के लिए भी तैयार रहना होगा; क्योंकि बिना जोखिम के कोई रिवार्ड जन्म नहीं लेता।

धैर्य के साथ मेहनत करिए, कभी हार मत मानिए:

आप इस बात को याद रखिएगा; कोई भी करोड़पति रातोंरात करोड़पति नहीं बना; इसके लिए उसने पैसा बनाने का तरीका ढूंढा;

उसने 100% मेहनत की; धैर्य के साथ खुद पर विश्वास रखते हुए अपने सपने को पूरा किया; हार मिली, लेकिन उस हार से सीखकर आगे बढ़ा और जीत कर दिखाया; मतलब करोड़पति बना वो भी अपनी काबिलियत के दम पर!

क्या गरीबी से निकलकर करोड़पति बनना मुमकिन है?

हाँ, करोड़पति बनना आसान है; लेकिन इसके लिए आपको कड़ी मेहनत करनी होगी; और धैर्य के साथ सही रणनीति और प्लान पर काम करना होगा; आप याद रखें करोड़पति बनने का कोई शॉर्टकट रास्ता नहीं है।

करोड़पति बनने का कोई शॉर्टकट है क्या?

बिल्कुल नहीं, करोड़पति बनने के लिए कोई शॉर्टकट रास्ता नहीं है; इसके लिए आपको धैर्य के साथ खुद पर विश्वास रखते हुए कड़ी मेहनत करनी होगी; तब जाकर आपको करोड़पति बनने की गारंटी मिल सकती है।

करोड़पति बनने में कितना समय लगेगा?

करोड़पति बनने में कितना समय लगेगा; यह आपकी परिस्थिति, स्किल, योजना और रणनीति पर डिपेंड करता है; बहुत जल्दी करोड़पति बनने की उम्मीद न करें, धैर्य के साथ खुद पर विश्वास रखते हुए आगे बढ़ते रहें; मेहनत करते रहें।

करोड़पति बनने के लिए मुझे कहां से शुरू करना चाहिए?

करोड़पति बनने के लिए सबसे पहले आपको यह जानना होगा कि आपकी रुचि किस तरह के काम करने में है; क्या इस काम का समय के साथ मांग बढ़ रही है या नहीं; इस काम को करने के लिए आप में जुनून है कि नहीं;
इस आधुनिक समय में किस स्किल का डिमांड बहुत ज्यादा है; उसी स्किल में आप एक्सपर्ट बनिए और अपने सपने को पूरा करिए; आप याद रखिएगा; जिस काम को करना आपको पसंद है; उसी काम को करने में अपार सफलता मिलती है; जो काम आपको पसंद नहीं; वह काम आपके लिए सिर्फ एक बोझ से ज्यादा कुछ भी नहीं है।

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Top 10 Trading Books in Hindi | ट्रेडिंग के लिए बेस्ट बुक्स

भारतीय शेयर मार्केट में अपार सफलता हासिल करने लिए ट्रेडिंग के सिद्धांत और स्ट्रैटजी सीखाने वाली सर्वश्रेष्ठ किताबों (10 + Trading books in Hindi) की एक नई लिस्ट जारी हो चुकी है।

Top 10 Trading Books in Hindi | ट्रेडिंग के लिए बेस्ट बुक्स

क्या आप भी बाकी लोगों की तरह शेयर मार्केट में सफलता हासिल करना चाहते हैं; पर आपको सही तरीके से यह समझ में नहीं आता कि आपको करना क्या है? 

आपको चार्ट और कैंडलस्टिक को देखना पसंद है; पर आप उसे अच्छे से समझना चाहते हैं; आप मार्केट में होने वाले उतार-चढ़ाव को बहुत ही बारीकी से जानना चाहते हैं;

कुल मिलाकर आप शेयर मार्केट के खेल का एक बेहतरीन खिलाड़ी बनना चाहते हैं; पर आपको यह समझ में नहीं आता कि यह सब कुछ करना आसान कैसे होगा?

अगर आप इस पोस्ट को पढ़ रहे हैं; तो आपको चिंता करने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है; क्योंकि कि‌ आज इस पोस्ट में मैं आपको शेयर मार्केट के बारे में A टू Z बातें सीखाने वाली 10 बेहतरीन किताबों (Best Trading books in Hindi) के बारे में बताने वाला हूँ।

यदि आप इन‌ किताबों को मन लगाकर अच्छे से पढ़ लेते हैं; तो आप यह‌ मानकर चलिए‌ कि‌ आपको शेयर मार्केट के बारे में गहराई से सीखने के लिए आपको बहुत ज्यादा ताम-झाम की जरूरत नहीं है;

आप इन किताबों (Top 10 trading books in Hindi) की मदद से बिना ज्यादा खर्चों के शेयर मार्केट के बारे में एक-एक स्टेप अच्छे से सीख जाएंगे; बशर्ते आप यहाँ दी जा रही किताबों को अपना‌ फ्रेंड बना‌ लें; 

तो चलिए पोस्ट में आगे बढ़ते हैं; और जानते हैं कि शेयर मार्केट के बारे में सीखाने वाली 10 बेहतरीन किताबें (Top 10 trading books in Hindi) कौन-कौन सी हैं।

Best Trading Books In Hindi List For Beginners – बेस्ट ट्रेडिंग बुक्स लिस्ट

1. “शेयर बाजार में निवेश, ट्रेडिंग और स्पेकुलेशन” – राहुल भट्टाचार्य: यदि आप शेयर मार्केट से जुड़े हर एक स्टेप को बारीक से समझना चाहते हैं; तो यह किताब आपके लिए शेयर मार्केट के बारे में सीखाने वाली एक जबरदस्त किताब है।

2. “प्राइस एक्शन ट्रेडिंग” – सुनील गुर्जर: मैं  आपको बताना चाहूँगा कि शेयर मार्केट का पूरा खेल प्राइस एक्शन पर टिका है; इसलिए अगर आप प्राइस एक्शन में एक्सपर्ट बनना चाहते हैं; टेक्निकल एनालिसिस को अच्छे से समझना चाहते हैं; तो इस किताब को पढ़ना आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है।

3. “वॉरेन बफेट के निवेश के रहस्य” (हिंदी अनुवाद) – मैरी बफेट: अगर आप वारेन बफेट की निवेश रणनीति को अच्छे से समझाना चाहते हैं और उनकी तरह लंबी अवधि के लिए निवेश करने की कला में माहिर होना चाहते हैं;

तो आप मैरी बफेट के द्वारा लिखी इस किताब को एक बार जरूर पढ़ें; क्योंकि यह एक किताब नहीं; वारेन बफेट की निवेश सलाह है।

4. “ट्रेडिंग सिग्नल्स” – एडी लॉसन: यदि आप शेयर मार्केट में ट्रेडिंग सिग्नल को समझने और इससे लाभ उठाने का अनुभव हासिल करना चाहते हैं;

तो आप एंडी लॉसन के द्वारा लिखी ट्रेडिंग सिग्नल की इस बेहतरीन किताब को पढ़ना ना‌ भूलें। यह किताब ट्रेडिंग सिग्नल के बारे में सीखाने वाली अबतक की सबसे बेस्ट किताब है।

5. “ऑप्शन ट्रेडिंग: गाइड टू रोलिंग एंड कैरिज ट्रेड्स” – राहुल अरोड़ा: आज कल शेयर मार्केट में लोगों के सर पर ऑप्शन ट्रेडिंग करने का भूत सवार हो गया है; लोगों का मानना है कि कम पूंजी में अनलिमिटेड प्रॉफिट कमाने‌ का सबसे अच्छा तरीका है; 

यदि आप भी ऑप्शन ट्रेडिंग करके अच्छा लाभ कमाना चाहते हैं; तो आपको राहुल अरोड़ा की लिखी इस ऑप्शन ट्रेडिंग सीखाने वाली किताब को जरूर पढ़ें; क्योंकि इस किताब की मदद से आप ऑप्शन ट्रेडिंग की बारीकियों को अच्छे से समझ जाएंगे। 

Read Some More Trading Books – ट्रेडिंग से जुड़ी कुछ किताबों के नाम इस प्रकार हैं

6. “द इंटेलिजेंट इन्वेस्टर” (हिंदी अनुवाद) – बेंजामिन ग्राहम: अगर आप एक सफल और बुद्धिमान निवेशक बनना चाहते हैं; तो आपको निवेश करने की वह कला सीखनी होगी; जो आपको निवेश की दुनिया में एक‌ महान निवेशक का दर्जा दिलाए;

इसके लिए आपको ज्यादा कुछ करने की जरूरत नहीं है; बस आप एक बार बेंजामिन ग्राहम की लिखी इस किताब को पढ़ लें; यह किताब आपको निवेश के मूल सिद्धांतों को सीखने में आपकी मदद करेगी।

7. “कैंडलस्टिक चार्टिंग टेक्निक्स” – स्टीव निसन: अगर आप शेयर मार्केट में सफल होना चाहते हैं? नुकसान कम और लाभ ज्यादा कमाना चाहते हैं; तो आपको चार्ट पैटर्न को बारीकी से समझना होगा; और इसके आधार पर ट्रेडिंग करें; इसके लिए आप स्टीव निसन की किताब पढ़ना ही काफी है।

8. “ट्रेडिंग फॉर ए लिविंग” – एलेक्स लेंडर: यदि आप इस किताब को अभी तक नहीं पढ़े हैं; तो इसे एक बार जरूर पढ़ें; क्योंकि यह‌ किताब आपको ट्रेडर के रूप में जीवन जीने का तरीका सीखाती है ।

9. “जेड स्मिथ्स ट्रेडिंग डायरी” – जैड स्मिथ: इस किताब की मदद से आप एक रियल ट्रेडर के अनुभवों से सीखने और ट्रेडिंग में होने वाली गलतियों से बचने का तरीका सीखते हैं।

10. “मार्केट विजार्ड्स” (हिंदी अनुवाद) – जैक श्वागर: यदि आप शेयर मार्केट के सफल ट्रेडर्स के सोचने का तरीका और उनकी स्ट्रैटजी को बारीकी से समझना चाहते हैं; तो आप जैक श्वागर के द्वारा लिखी यह किताब “मार्केट विजार्ड्स” जरूर पढ़ें।

क्या इन किताबों को पढ़कर ट्रेडिंग सीखना आसान है?

बिल्कुल आसान है; पर आप यह याद रखिएगा कि ट्रेडिंग में सफल होने की 100% गारंटी कोई नहीं दे सकता; यहाँ पर बताई गईं सभी किताबें नॉलेज और स्ट्रैटजी सीखाती हैं; लेकिन ट्रेडिंग में सफल होने की 100% गारंटी नहीं देती हैं; 

पर आप याद रखिएगा; मेहनत, अनुशासन और शेयर मार्केट की अच्छी समझ आपको सफलता जरूर दिला सकती है।

सबसे जरूरी बात, अगर आप शेयर मार्केट में कदम रखने के लिए तैयार खड़े हैं; तो आपको अपने फाइनेंशियल लक्ष्य और जोखिम लेने की क्षमता को अच्छे से समझ लेना चाहिए; क्योंकि इसके बिना ना कोई किताब (Best trading books in Hindi) और ना किसी की सलाह आपकी मदद करेगी;

दूसरी बात आप जब भी निवेश करिए लंबी अवधि के लिए करिए; क्योंकि लंबी अवधि के लिए किए गए निवेश में जोखिम कम और रिटर्न मिलने की संभावना अधिक होती है।

क्या ये किताबें मुझे अमीर बना देंगी?

इस बात को हमेशा याद रखिएगा कि ट्रेडिंग में सफल होने की 100% गारंटी मैं क्या, कोई नहीं दे सकता; किताबें तो बस आपको नॉलेज और स्ट्रैटजी सीखाती हैं; जबकि असली चीज़ आप अपनी मेहनत, अनुशासन, अभ्यास और अनुभव से सीखते हैं।

क्या शेयर मार्केट के बारे में सीखाने वाली ये सभी किताबें हिंदी में हैं?

हां, यह पर बताई गईं सभी किताबें हिंदी में हैं; आप इन्हें पढ़ें और शेयर मार्केट में आगे बढ़ें।

ट्रेडिंग सीखने का सबसे अच्छा तरीका क्या है?

मेरी मानिए आप ट्रेडिंग सीखने का वह बेहतरीन तरीका अपनाइए; जो आपकी व्यक्तिगत जरुरतों और सीखने की स्किल के आधार पर हो।

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इंट्राडे में शेयर खरीदने का सही समय क्या है?

आज इस पोस्ट में, हम चर्चा करेंगे कि इंट्राडे में शेयर खरीदने का सही समय क्या है? इस पोस्ट में हम सप्ताह के दिनों, समय सीमा और अन्य कारकों पर विस्तार से बात करेंगे; 

बस आपको करना यह है कि आपको इन बातों पर पूरा ध्यान देना है; क्योंकि शेयर मार्केट में शेयर खरीदने के लिए इन बातों को जानना बहुत जरूरी हैं;

तो चलिए पोस्ट में आगे बढ़ते हैं; और जानते हैं कि इंट्राडे में शेयर खरीदने का सही समय क्या है?

इंट्राडे में शेयर खरीदने का सही समय क्या है?

अगर आप एक नए निवेशक हैं; तो आपको समय की कीमत का पता नहीं चलता है; बस आपके मन में यह रहता है कि मुझे ट्रेडिंग करना है; बस ट्रेडिंग करना है; 

शायद आपको नहीं पता कि शेयर मार्केट में समय की कीमत समझने वाले ही पैसे बनाते हैं; मतलब यहां इस मार्केट में समय ही पैसा है; 

इसलिए अगर आप समय के साथ चलना सीख गए तो आपको सही समय पर सही शेयर खरीदने से कोई रोक नहीं सकता।

अगर आप गलत समय पर गलत दांव लगा दिए; मेरे कहने का मतलब यह है कि यदि आप गलत समय पर गलत शेयर खरीद लिए; तो आप यह मान कर चलिए कि आपके पैसे को डूबने से कोई रोक भी नहीं सकता।

अब आपको चिंता करने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है; क्योंकि आज इस पोस्ट में, मैं आपकी इस समस्या को दूर कर दूंगा; आपको अच्छे से समझ में आ जाएगा कि कब आपको शेयर खरीदना है; और कब नहीं!

शेयर खरीदने का सही समय (Share Kharidne Ka Sahi Samay) क्या है – 

यदि आपको शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करते हुए एक लंबा वक्त गुजर चुका है; और आपको शेयर मार्केट के बारे में अच्छी जानकारी भी हो चुकी है;

बस आपके साथ समस्या यह है कि आपको यह समझ में नहीं आता है कि शेयर खरीदने का सही समय क्या है? तो चलिए आपकी इस समस्या को हमेशा के लिए खत्म कर देते हैं।

सुबह का समय, कमाई का बेहतरीन मौका देता है; चलिए जानते हैं, कैसे:

  • सुबह 9:30 से 10:30 बजे तक का समय: आप याद रखिएगा; इस समय बाजार मतलब शेयर मार्केट खुलते ही बहुत ज्यादा तेजी या गिरावट देखने को मिलता है; यह सब देश में चल रहे नए उथल-पुथल‌ और ग्लोबल न्यूज़ रिएक्शन की वजह से होता है; आप याद रखें; यही वह समय है; जिसमें ज्यादा फायदा और ज्यादा नुकसान होने की संभावना रहती है।
  • लेकिन यहां सावधानी रखना भी बहुत जरूरी है: अगर आप शेयर मार्केट में नए हैं; तो सुबह 9:30 से 10:30 बजे तक का समय आपके लिए ‌बिल्कुल भी काम नहीं करेगा; अगर आप जोर जबरदस्ती करके शेयर खरीद लेते हैं; तो आपको ‌नुकसान‌ होना 100% तय है; इसलिए मेरी मानिए आप धीरे-धीरे चलिए; जल्दबाजी करने से बचें; बाजार को अच्छे से समझें; अगर हो सके तो‌ शेयर मार्केट के अनुभवी‌ लोगों से जितना हो सके, उतना सीखें; और एक सफल ट्रेडर या निवेशक बनें।

दोपहर का समय; मतलब उतार-चढ़ाव का समय शुरू हो चुका है:

  • दोपहर 11:30 AM से 1:30 PM तक का समय: इस समय शेयर मार्केट थोड़ा आराम करता है; लेकिन मार्केट में उतार-चढ़ाव जारी रहता है; इस समय शेयर खरीदने से पहले आपको टेक्निकल एनालिसिस, चार्ट पैटर्न को समझना को समझना होता है; और इसके आधार पर आपको यह तय करना होता कि आपको शेयर खरीदना है या नहीं।
  • जोखिम से बचने का तरीका: अगर आप शेयर मार्केट में जोखिम से बचना चाहते हैं; आपको कम अस्थिरता वाले शेयरों का चुनाव करना होगा; इससे आपको नुकसान कम होगा और सीखने का मौका ज्यादा मिलेगा।

शाम का समय, मतलब शेयर मार्केट में फैसला लेने का समय आ गया है:

  • शाम 3:00 PM से 3:20 PM तक का समय: इस समय बाजार बंद होने की तैयारी में जुट जाता है; यही वह समय है; जब बाजार में बड़े ऑर्डर और न्यूज़ का अंतिम प्रभाव देखने को मिलता है।
  • इस समय थोड़ा संभल कर चलें – याद रखें बाजार बंद होने के समय आप ज्यादा शेयर या लॉट से ट्रेड न करें; आप अपने पोजीशन कम रखें, नुकसान से बचें; और बाजार के बारे में आपने जो कुछ भी सीखा; उसे अगले दिन के लिए तैयार रखें.

इंट्राडे में शेयर खरीदने के समय को जानने से ज्यादा महत्वपूर्ण बातें:

  • अच्छी स्ट्रैटेजी तैयार रखें: अगर आप शेयर मार्केट में बिना अच्छी तैयारी और स्ट्रैटजी के ट्रेडिंग करने का फैसला लेते हैं; तो आप जानबूझकर हारने की कोशिश में लगे हैं; आप याद रखें; शेयर मार्केट में सफलता हासिल करने के लिए आपको टेक्निकल एनालिसिस, रिस्क मैनेजमेंट को अच्छे से सीखना होगा; और इसके आधार पर आपको शेयर मार्केट में निवेश करना चाहिए।
  • फंडामेंटल एनालिसिस अच्छे से करें: शेयर मार्केट में निवेश या ट्रेडिंग करने से पहले आपको कंपनी के बारे में अच्छी तरह से रिसर्च कर लेनी चाहिए; आपको उस कंपनी से जुड़ी अच्छी-बुरी खबरों, फाइनेंशियल कंडीशन पर नजर रखनी होगी; ताकि आप ट्रेडिंग करने के सही निर्णय ले सकें।
  • अनुशासन ही बाज़ार में सफलता की कुंजी है: यदि आप शेयर मार्केट में निवेश या ट्रेडिंग करते समय अपने अपनी भावनाओं, जैसे – लालच और डर को कंट्रोल में नहीं रखते हैं; तो आपको प्रॉफिट कम नुकसान ज्यादा होगा; क्योंकि डर आपको सही ट्रेड से बाहर कर देगा; और लालच आपको गलत ट्रेड से जोड़कर रखेगा; या ज्यादा पाने की लालच में जो पर अपना नुकसान कर बैठेंगे।

आखिरी बात: आप याद रखें; इंट्राडे ट्रेडिंग में समय सिर्फ एक पहलू है; लेकिन ट्रेडिंग में असली सफलता आपको धैर्य, अनुशासन, और सूझबूझ से  मिलती है; इसलिए आप मेरी मानिए; आप लगातार सीखते रहें; अभ्यास करते रहें, 

और हाँ, बाजार के साथ कदम से कदम मिलाकर चलें; अगर आप इस पोस्ट को पढ़कर यह समझ गएं कि शेयर खरीदने का सही समय क्या है; तो आपको इंट्राडे में सफलता हासिल करने से कोई रोक नहीं सकता।

क्या वीकेंड में भी इंट्राडे ट्रेडिंग कर सकते हैं?

बिल्कुल नहीं; इंट्राडे ट्रेडिंग का रुल है; सुबह और दोपहर किसी भी समय खरीदो; लेकिन शाम 3:20 से पहले अपने खरीदें हुए शेयर बेचो।

इंट्राडे ट्रेडिंग शुरू करने के लिए कितना फंड रखें?

अगर आप शेयर मार्केट में नए हैं; तो आपको इंट्राडे ट्रेडिंग की शुरूआत बहुत ज्यादा पैसों से न करें; क्योंकि जितना ज्यादा पैसा लगेगा; आपको नुकसान भी उतना ही ज्यादा होगा; इसलिए आप थोड़े से पैसे लगाकर सीखें; अनुभव बढ़ाएं; और फिर ज्यादा पूंजी के साथ ट्रेडिंग करें; लेकिन संभल कर।

क्या इंट्राडे ट्रेडिंग करके पैसा कमाना आसान है?

अगर आसान नहीं है; तो यह मुश्किल भी नहीं है; आप अपनी मेहनत, समझदारी और अनुभव के आधार पर इंट्राडे ट्रेडिंग में सफल हो सकते हैं; आप हमेशा इस बात को याद रखिएगा कि सही समय पर सही निर्णय लेना ही ट्रेडिंग में सफलता की कुंजी है।