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बेस्ट इन्वेस्टमेंट प्लान फॉर लॉन्ग टर्म

यदि आप अपनी बचत को डबल करना चाहते हैं; तो आप बेस्ट इन्वेस्टमेंट प्लान फॉर लॉन्ग टर्म के बारे में अच्छे से समझें; यहाँ दिए गए सभी बेस्ट इन्वेस्टमेंट प्लान बहुत ही कारगर हैं; जो आपकी फाइनेंशियल फ्रीडम हासिल करने में मदद करेंगी; चाहे आप अमीर हो या गरीब!

बेस्ट इन्वेस्टमेंट प्लान फॉर लॉन्ग टर्म

कौन ऐसा है; जो नहीं चाहता कि उसकी मेहनत की कमाई सुरक्षित रहे; और दिन दुनी रात चौगुनी बढ़ती रहे? हर कोई चाहता है; चाहे वह अमीर हो या गरीब।

बस दिक्कत इस बात की है कि लोगों को निवेश से जुड़े प्लान के बारे में सही जानकारी नहीं है; वे जाने-अंजाने में ऐसी स्कीम या प्लान में निवेश कर देते हैं; जहांँ उनके निवेश पर वह रिटर्न नहीं मिल‌ पाता; जिसकी वे उम्मीद करते हैं।

लेकिन अब आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है; क्योंकि आज हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से कुछ ऐसे बेस्ट इन्वेस्टमेंट प्लान‌ के‌ बारे में बताने जा रहे हैं; जो आपको लॉन्ग टर्म में अच्छा रिटर्न देने की संभावना रखता है; 

तो चलिए पोस्ट में आगे बढ़ते हैं; और जानते हैं कि वो बेस्ट इन्वेस्टमेंट प्लान कौन से हैं; जहाँ आपकी मेहनत की कमाई सुरक्षित तो है; साथ ही आपको फाइनेंशियल फ्रीडम देने की क्षमता भी रखता है।

बेस्ट इन्वेस्टमेंट प्लान फॉर लॉन्ग टर्म से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें:

  • निवेश से पहले अपने फाइनेंशियल लक्ष्यों को समझें – निवेश करने से पहले आपको यह अच्छे से पता होना चाहिए कि आप निवेश किसलिए कर रहे हैं? क्या आप अपने रिटायरमेंट के लिए पैसा बचाना चाहते हैं? क्या आप नया घर खरीदना चाहते हैं या फिर अपने बच्चों के एजुकेशन के लिए पैसा बचत करना चाहते हैं? 
  • निवेश करने से पहले आप अपने रिस्क लेने की क्षमता को पहचानें – आप हमेशा यह बात याद रखिएगा कि कोई भी निवेश बिना रिस्क के नहीं होता है; अगर आप कहीं निवेश कर रहे हैं; तो इसका मतलब यह है कि आप रिस्क ले रहे हैं; इसलिए आप निवेश करने से पहले अपने रिस्क लेने की क्षमता का अच्छे से पहचान करें; ताकि आप बड़े नुकसान से बच सकें।
  • अपने सारे पैसे एक ही कंपनी में कभी न लगाएं – यदि आप निवेश में होने वाले जोखिम से बचना चाहते हैं; तो आप अपने पैसे को एक जगह पर निवेश करने से बचें; अगर आपको निवेश करना है; तो आप अलग-अलग कंपनियों या एसेट्स में निवेश करें; क्योंकि ऐसा करने से आपको यह लाभ होता है कि अगर एक कंपनी बैठ गई तो दुसरी कंपनी आपके नुकसान की भरपाई कर देगी; मतलब आपके निवेश में होने वाला जोखिम कम हो जाएगा; और लॉन्ग टर्म में अच्छा रिटर्न मिलने की संभावना बढ़ जाएगी।

चलिए बेहतरीन इन्वेस्टमेंट प्लान पर एक नज़र डालते हैं:

  • म्यूचुअल फंड्स: अगर आप निवेश में कम जोखिम लेना चाहते हैं; और एक साथ कई कंपनियों और एसेट्स में निवेश करना चाहते हैं; तो आपके लिए म्यूचुअल फंड में निवेश करना एक अच्छा विकल्प हो सकता है; आप याद रखें; इक्विटी म्यूचुअल फंड हाई रिस्क के साथ हाई रिटर्न देने की संभावना रखता है; जबकि डेट म्यूचुअल फंड में जोखिम कम होता है; लेकिन रिटर्न भी कम मिलता है; यदि आप दोनों फंडों में निवेश का लाभ उठाना चाहते हैं; तो इसके लिए आप हाइब्रिड फंड में निवेश करने का निर्णय ले सकते हैं।
  • पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF): यदि आप निवेश में बहुत ज्यादा सुरक्षा चाहते हैं; तो आप गवर्नमेंट स्कीम के साथ जा‌ सकते हैं; मेरे कहने का‌ मतलब यह है कि आप अपनी मेहनत की कमाई को पब्लिक प्रोविडेंट फंड में निवेश कर सकते हैं; यहाँ आपको बिना अधिक जोखिम के 7.1% का सालाना ब्याज दर मिलेगा; यह लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट प्लान आपके लिए निवेश का एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
  • नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS): यदि आप सरकारी या प्राइवेट जॉब करते हैं; और आपको हर महीने सैलरी मिलती है; और आप उस सैलरी में से कुछ पैसे बचत के तौर पर निवेश करना चाहते हैं; तो आपके लिए नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) एक अच्छा विकल्प हो सकता है; यहाँ आपको आपके रिटायरमेंट के बाद हर महीने सैलरी मिलती है; मतलब रिटायरमेंट के बाद भी आपको किसी तरह की फाइनेंशियल प्रॉब्लम नहीं होती है; और यही नहीं आप अपने निवेश को इक्विटी, कॉरपोरेट बॉन्ड और सरकारी बॉन्ड में निवेश करके अपनी बचत को और बढ़ा सकते हैं।

यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान‌ (ULIP): यह एक बीमा और निवेश आधारित बेस्ट इन्वेस्टमेंट प्लान है; यहां निवेश करने पर आपको एक फायदा मिलता है;

जैसे – लाइफ इंश्योरेंस कवरेज के साथ-साथ आपके पैसे को मार्केट में निवेश किया जाता है; लेकिन वहीं दूसरी तरफ इसमें निवेश करने के नुकसान भी हैं; इस यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान‌ में निवेश करना सरल नहीं होता है; साथ ही इसमें बहुत ज्यादा चार्ज लग जाता है।

निवेश करने से पहले रिस्क लेने की क्षमता को कैसे पहचानें?

यदि आप निवेश करने से पहले रिस्क लेने की क्षमता को पहचानना चाहते हैं; तो इसके लिए आपको करना यह है कि आपके पास निवेश करने के लिए कितना पैसा है; और आप उस पैसे में से कितना पैसा खोने के लिए तैयार हैं; यह सबकुछ आपको अपने फाइनेंशियल लक्ष्यों, खर्चों और भावनाओं के आधार पर तय करते हैं।

निवेश की शुरूआत करने के लिए कितनी पूंजी की जरूरत होती है?

अगर आप निवेश करने का निर्णय ले चुके हैं; पर आप यह नहीं समझ पा रहे हैं कि निवेश करने के लिए आपको कितना पैसा चाहिए; तो आप मेरी सुनिए; आपको निवेश करने के बहुत ज्यादा पैसों की जरूरत नहीं होती है; आप सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के माध्यम से हर महीने अपनी इच्छा के अनुसार सौ रुपए, पांच सौ रुपए या उससे ज्यादा निवेश कर सकते हैं।

लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट के लिए एक फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह लेना क्यों जरूरी है?

यदि आप इन्वेस्टमेंट के क्षेत्र में नए हैं; और आप यह तय नहीं कर पा रहे हैं कि आपको निवेश कहां और किस प्लान में करना चाहिए; तो आप इस स्थिति में किसी अच्छे अनुभवी फाइनेंशियल एडवाइजर की सलाह लेना बहुत फायदेमंद रहता है; क्योंकि उन्हें मार्केट की अच्छी जानकारी होती है; और वे आपको मार्केट के बारे में सटीक जानकारी दे सकते हैं; और उनके बताए गए प्लान में निवेश करने पर आपको ज्यादा जोखिम नहीं लेना पड़ता है।

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निवेश का सबसे अच्छा तरीका क्या है?

आज इस पोस्ट में आप जानेंगे निवेश का सबसे अच्छा तरीका क्या है? इस पोस्ट में आप निवेश करने के वो तरीके सीखेगें; जिसमें जोखिम कम होगा और प्रॉफिट होने की संभावना ज्यादा होगी।

निवेश का सबसे अच्छा तरीका क्या है?

यदि आप भी थोड़ी बहुत बचत कर लिए हैं; तो अब आपके मन में यह सवाल उठ रहा होगा कि आप अपनी बचत को ऐसी कौन सी जगह पर निवेश करें; जहां से आपको अच्छा खासा रिटर्न मिल सके।

तो मैं आपको बता दूं; आपके इस सवाल का जवाब देना मेरे लिए थोड़ा मुश्किल है; क्योंकि निवेश करते समय आपके फाइनेंसियल कंडीशन और जोखिम लेने की क्षमता क्या है; यह सिर्फ आप जानते हैं;

और इसी के आधार पर आप निवेश करने का निर्णय लेंगे; इसलिए आपके इस सवाल का जवाब आपके परिस्थितियों, निवेश लक्ष्यों और जोखिम लेने की क्षमता के आधार पर दिया जा सकता है;

लेकिन आप चिंता ना करें; आज इस पोस्ट में हम आपको निवेश करने के कुछ ऐसे बेहतरीन तरीके बताने जा रहे हैं; जिसे अगर आप अपनी सुझबुझ के साथ अपनाते हैं; तो आपको लॉन्ग टर्म में अच्छा रिटर्न मिलने की संभावना होगी।

लेकिन उससे पहले आपको अपने निवेश लक्ष्यों को निर्धारित करना होगा; आपको खुद से यह पूछना होगा कि आप किस तरह के लक्ष्य को हासिल करना चाहते हैं; क्या आप अपने रिटायरमेंट के लिए पैसे बचाना चाहते हैं? या फिर आप अपने बच्चों की पढ़ाई के लिए बचत करना चाहते हैं? या आप आने वाले समय में अपना खुद का बिजनेस स्टार्ट करना चाहते हैं?

एक बार जब आप अपने लक्ष्य को निर्धारित कर लेते हैं; और अपने जोखिम लेने की क्षमता को अच्छे से पहचान लेते हैं; तो आपके लिए निवेश करना आसान हो जाता है; और आप आत्मविश्वास के साथ निवेश करने के लिए आगे बढ़ते हैं; और आप एक सही निवेश करने के तरीके को चुनते हैं।

निवेश का सबसे अच्छा तरीका क्या है (Investment Ka Sabse Achchha Tarika Kya Hai):

  1. म्यूचुअल फंड: शेयर मार्केट में निवेश करने का यह सबसे आसान तरीका है; इसमें निवेश करने के लिए आपको खुद रिसर्च करने की जरूरत नहीं होती है; आपके लिए यह सबकुछ एक अनुभवी म्यूचुअल फंड मैनेजर करता है; वह आपके पैसे को एक साथ कई तरह की अच्छी कंपनियों, बॉन्डों और अन्य एसेट्स में निवेश करता है; जिससे आपके पैसे के डूबने का जोखिम बहुत ज्यादा कम हो जाता है; और रिटर्न मिलने की संभावना बढ़ जाती है।
  2. पीपीएफ (PPF): यह निवेश करने का वह तरीका है; जिसमें आप एक सरकारी स्कीम में निवेश करते हैं; पीपीएफ में निवेश करने का सबसे ज्यादा फायदा यह है कि आपको यहां गारंटीड रिटर्न मिलने की संभावना होती है; PPF से मिलने वाला ब्याज टैक्स फ्री होता है; आप पीपीएफ कैल्क्युलेटर का इस्तेमाल करके यह पता लगा सकते हैं कि आपको कितने निवेश पर कितने सालों में कितना रिटर्न मिल सकता है।
  3. ईपीएफ (EPF): यदि आप कोई प्राइवेट या गवर्नमेंट जॉब कर रहे हैं; तो आप जैसे सैलरी पाने वाले लोगों के लिए EPF (ईपीएफ) में निवेश करना एक सही विकल्प हो सकता है; चलिए जानते हैं कि यह निवेश काम कैसे करता है; इस निवेश में आप और आपकी कंपनी दोनों मिलकर हर महीने एक निश्चित अमाउंट डिपॉजिट करते हैं; और यह निवेश किया गया अमाउंट आपको अपने रिटायरमेंट के बाद अच्छे रिटर्न के साथ मिलता है।
  4. शेयर मार्केट: आप इस बात को हमेशा याद रखिएगा; अगर आप डायरेक्ट शेयर मार्केट में निवेश करने के बारे में सोच रहे हैं; तो यह आपके लिए बहुत ज्यादा जोखिम भरा हो सकता है, लेकिन अगर आप अपनी सुझबुझ और समझदारी से निवेश करने का निर्णय लेते हैं; तो यहांँ से ज्यादा रिटर्न और कहीं नहीं मिलता है; और हाँ, यहाँ से ज्यादा कहीं और पैसा भी नहीं डूबता है; इसलिए शेयर मार्केट में निवेश करने से पहले अच्छी तरह से रिसर्च करें; और अपने जोखिम लेने की सहनशीलता को समझें; और फिर निवेश करें।
  5. बैंक में एफडी कराएं: आप याद रखें; अगर आप बहुत ज्यादा जोखिम नहीं लेना चाहते हैं; तो आपके लिए एफडी (FD) निवेश करने का सबसे सुरक्षित तरीका हो सकता है; लेकिन आप यह भी याद रखिएगा; इसमें रिटर्न भी आपको बहुत कम मिलता है; यह निवेश आपके शॉर्ट टर्म लक्ष्यों के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है।

निवेश का बेस्ट तरीका चुनने के लिए ये टिप्स याद रखें:

  • रिस्क लेने की क्षमता को पहचानें: आप याद रखें; हर एक निवेश में कुछ न कुछ जोखिम जरूर होता है; बिना जोखिम के कोई भी निवेश आपको रिटर्न नहीं दे सकता; इसलिए निवेश करने से पहले आप यह तय करें कि आप अपने किए गए निवेश में कितना जोखिम उठाने के लिए तैयार हैं।
  • निवेश का समय निर्धारित करें: यदि आपका निवेश लक्ष्य लॉन्ग टर्म के लिए है; तो आप ज्यादा जोखिम वाले निवेश का चुनाव कर सकते हैं; लेकिन हाँ, सही रिसर्च और सुझबुझ के साथ; अगर आपका लक्ष्य शॉर्ट टर्म के लिए है; तो आप सुरक्षित निवेश विकल्प के साथ जा सकते हैं।
  • पोर्टफोलियो डायवर्सिफिकेशन: आप याद रखें; अपनी सारी जमा-पूंजी एक ही तरह के निवेश में न लगा दें; आप अलग-अलग तरह के निवेश में बाँटें; क्योंकि इससे आपका जोखिम कम हो जाता है; और लॉन्ग टर्म में अच्छा रिटर्न मिलने की संभावना बढ़ जाती है।
  • फाइनेंशियल एडवाइजर से परामर्श लें: अगर आप निवेश करने के क्षेत्र में एक कच्चा खिलाड़ी हैं; तो आप कहीं पर भी निवेश करने से पहले किसी अनुभवी फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह जरूर लें; क्योंकि इससे आपको निवेश करने का सही निर्णय लेने में मदद मिलेगी।

याद रखें, निवेश एक दिन के हार-जीत का खेल नहीं है; बल्कि यह एक लंबे समय के इंतजार का खेल है; इसलिए इसे धैर्य, अच्छी रिसर्च और सुझबुझ के साथ खेलें; फिर देखिएगा, जीत आपकी ही होगी।

क्या मैं कम पैसे से भी निवेश शुरू कर सकता हूं?

हाँ, बिल्कुल ! आप कम पैसे में भी निवेश कर सकते हैं; आप SIP (सिस्टेमेटिक इंवेस्टमेंट प्लान) के माध्यम से हर महीने अपनी बचत के अनुसार एक निश्चित अमाउंट, जैसे ₹500 से भी आप निवेश की शुरुआत कर सकते हैं; SIP के माध्यम से निवेश करना जोखिम को काफी हद तक कम कर देता है।

निवेश के लिए कितना पैसा लगाना चाहिए?

निवेश में पैसा लगाना, यह आपके फाइनेंशियल कंडीशन और जोखिम लेने की क्षमता पर डिपेंड करता है कि आप कितना पैसा निवेश कर सकते हैं; आप SIP के माध्यम से हर महीने ₹500 के बजट से भी निवेश की शुरुआत कर सकते हैं।

निवेश के बारे में सीखने के लिए कोई अच्छे विकल्प हैं?

हाँ, निवेश के बारे में सीखने के लिए एक नहीं कई विकल्प मौजूद हैं; आप निवेश के बारे में सीखने के लिए किताब, ब्लॉग, यूट्यूब और कुछ लोकप्रिय वेबसाइट्स की मदद ले सकते हैं; और अपने निवेश के बारे में सीखने की जर्नी को आगे ले जा सकते हैं।

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वॉरेन बफेट कौन हैं (Warren Buffett Kon Hai)?

नमस्कार मित्रों, आज इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको बताने जा रहे हैं कि वॉरेन बफेट कौन हैं (Warren buffett kon hai);

मैं आपकी जानकारी के लिए आपको बता देना चाहता‌ हूँ कि वॉरेन बफेट एक ऐसे शख्स हैं; जिन्हें शेयर बाजार का किंग कहा जाता है; 

इनके निवेश करने की स्ट्रैटजी आज भी लोगों की जेहन में घूमता हैं; और यही नहीं उनकी शेयर मार्केट से कमाई हुई दौलत के बारे में जानकर हर कोई हक्का-बक्का रह जाता है। 

आज इस पोस्ट में हम इस शख्स के बारे में विस्तार से जानेंगे; तो चलिए पोस्ट में आगे बढ़ते हैं; और जानते हैं कि वाकई वॉरेन बफेट कौन है (Warren buffett kon hai);

वॉरेन बफेट कौन हैं (Warren Buffett Kon Hai)?

वॉरेन बफेट कौन हैं (Warren Buffett Kon Hai) और वारेन बफेट अमीर कैसे बनें?

वॉरेन बफेट, अमेरिका के जाने-माने महान निवेशकों में से एक हैं; इन्हें शेयर मार्केट का किंग भी कहा जाता है; ये अपनी खुद की कंपनी ‘बर्कशायर हाथवे’ के सीईओ हैं. 

लोग वॉरेन बफेट को शेयर मार्केट का महान जादूगर भी कहते हैं; इन्हें मूल्य निवेश का जनक और लंबी अवधि के निवेश का महान खिलाड़ी भी कहा जाता है।

इनकी इंवेस्टमेंट स्ट्रैटजी इतनी सफल रही हैं कि वे इसके दम पर आज दुनिया के सबसे अमीर लोगों में से एक बन गए हैं।

वॉरेन बफेट मुख्य रूप से एक अमेरिकी इंवेस्टर, बिजनेसमैन और फिलांथ्रोपिस्ट हैं; इन्हें पूरी‌ दुनिया में सबसे सफल निवेशकों में से एक माना जाता है। 

यही नहीं वॉरेन बफेट “ओराकल ऑफ ओमाहा” के नाम से भी प्रसिद्ध हैं, क्योंकि ये हर तरह की परिस्थिति में धैर्य और समझदारी से काम लेते हैं।

आप याद रखिएगा कि वॉरेन बफेट बर्कशायर हैथवे कंपनी के सीईओ और सबसे बड़े शेयर होल्डर हैं।

इस महान निवेश का जन्म ओमाहा, नेब्रास्का में 30 अगस्त 1930 को हुआ था। इनके पिता भी एक शेयर ब्रोकर थे; यही वह वजह थी कि वॉरेन बफेट को बचपन से ही शेयर बाजार की जानकारी होने लगी थी। 

जैसे-जैसे वे बढ़ते गए वैसे-वैसे वे अपने पिता के नक्शे-कदम पर चलना शुरू कर दिए; उन्होंने ने बचपन से ही निवेश करना शुरू कर दिया था और उन्होंने शेयर मार्केट से जुड़ी अपनी योग्यता को बढ़ाने के लिए अपने गुरु बेंजामिन ग्राहम से निवेश की कला सीखी। 

इसके बाद उन्होंने धीरे-धीरे फाइनेंशियल मार्केट में अपनी छाप छोड़नी शुरू की और एक-एक कर ढेर सारी कंपनियों को खरीदा और उनमें अपनी हिस्सेदारी बनाई।

वॉरेन बफेट एक महान निवेशक के साथ-साथ एक महान फिलांथ्रोपिस्ट भी हैं। उन्होंने 2006 में अपनी कमाई हुई संपत्ति का आधा से ज्यादा दान में देने का निर्णय लिया था; जिसमें से वे 83% बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन को दान करने वाले थें।

वॉरेन बफेट ने अपनी जीवनी के बारे में कई किताबें भी लिखी हैं; जिनमें से एक है “द स्नोबॉल: वॉरेन बफेट और बिजनेस ऑफ लाइफ”।

वॉरेन बफेट अमीर कैसे बने?

वॉरेन बफेट के अमीर होने के पीछे की कहानी सिर्फ शेयर मार्केट का महान खिलाड़ी होना नहीं है; बल्कि उनकी अमीरी और महान सफलता के पीछे कई ऐसे सिद्धांत छुपे हैं; और इन सभी सिद्धांत को अपनाकर आप भी अपने फाइनेंशियल कंडिशन को मजबूत बना सकते हैं; 

तो चलिए एक-एक उनके 5 महत्वपूर्ण सिद्धांत को ध्यान से समझते हैं; और उनके आधार पर निवेश‌ करने का निर्णय लेते हैं।

  • लंबी अवधि में निवेश करने का नजरिया – वॉरेन बफेट हर एक नए और पुराने निवेशक को यह सुझाव देते रहते हैं कि उन्हें शेयर मार्केट से बहुत जल्दी पैसा बनाने के तरीके के बारे में नहीं सोचना चाहिए; बफेट ने हमेशा कंपनियों के लॉन्ग टर्म डेवलपमेंट पर ध्यान दिया है और वे कभी भी शॉर्ट टर्म में होने वाले उतार-चढ़ाव से घबराए नहीं.
  • मूल्य निवेश: वॉरेन बफेट हमेशा ऐसी कंपनियों में निवेश करने की सलाह देते हैं; जिन कंपनियों के शेयरों का प्राइस उनके वास्तविक प्राइस से कम होता है; निवेशकों को हमेशा उन कंपनीयों में निवेश करना चाहिए; जिनका बिजनेस मॉडल अच्छा हो, भविष्य में तरक्की करने की संभावना हो और जिनके पास बेहतरीन मैनेजमेंट टीम हो।
  • निवेश की कम लागत: वॉरेन बफेट निवेश करते समय हमेशा अनावश्यक खर्चों और कमीशन से बचते हैं; वे हमेशा कम लागत वाले इंडेक्स फंड और डायरेक्ट इंवेस्टमेंट प्लान को प्राथमिकता देते हैं.
  • धैर्य और अनुशासन: शेयर मार्केट में उतार-चढ़ाव होना आम बात है; इसलिए‌ बफेट निवेशकों को हमेशा शांत रहकर अपने निवेश फैसलों पर टिके रहने की सलाह देते हैं; वे कहते हैं कि डर या लालच में आकर कभी भी जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए।
  • लगातार सीखने की आदत – वॉरेन बफेट का कहना है कि निवेशकों को हमेशा सीखते रहने की आदत डालनी चाहिए; उन्हें लगातार कंपनियों, मार्केट के ट्रेंड्स और अर्थव्यवस्था के बारे में पढ़ते रहना चाहिए।

अंतिम दो शब्द:

वॉरेन बफेट पूरी दुनिया के निवेशकों के लिए एक प्रेरणा का स्रोत हैं, जो हमें सीखाते हैं कि धैर्य, अनुशासन और सही स्ट्रैटजी के साथ कोई भी अपने फाइनेंशियल लक्ष्य तक पहुँच सकता है।

वॉरेन बफेट के दिए हुए सिद्धांतों को अपनाकर कोई भी एक सफल निवेशक बन सकता है; और अपने भविष्य को सुरक्षित कर सकता है;

तो फिर देर किस बात की; आज से ही वॉरेन बफेट की स्ट्रैटजी को अपनाने का पहला कदम आगे बढ़ाइए और अपने फाइनेंशियल फ्रीडम का जश्न मनाइए!

क्या मैं भी वॉरेन बफेट की तरह अमीर बन सकता हूं?

वॉरेन बफेट की तरह अमीर बनना मुश्किल है; लेकिन नामुमकिन नहीं; आप उनके दिए गए सिद्धांतों को अपनाकर आप भी उनकी तरह अपने फाइनेंशियल कंडिशन को काफी हद तक सुधार सकते हैं.

निवेश करने के लिए कितना पैसा चाहिए?

आप यह मानकर चलिए कि यदि आप शेयर मार्केट के बारे में सीखने के लिए तैयार हैं; तो आपको शुरुआत में निवेश शुरू करने के लिए बहुत ज्यादा पूंजी की आवश्यकता नहीं पड़ेगी; आप याद रखिएगा कि बफेट ने भी छोटे निवेश से शुरुआत की थी।

वॉरेन बफेट किन कंपनियों में निवेश करते हैं?

वॉरेन बफेट जोखिम को कम करने के लिए अलग-अलग क्षेत्र की कंपनियों में निवेश करते हैं, जैसे कि बैंकिंग, बीमा, रिटेल और उपभोक्ता वस्तुएं; लेकिन यह बात हमेशा‌ याद रखिएगा – उनके निवेश करने का आधार कंपनी का मूल्य और भविष्य में तरक्की करने की संभावनाएं होती हैं।