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म्युचुअल फंड में रिस्क कैसे कम करे, Mutual Fund Me Risk Kaise Kam Kare

आज इस पोस्ट में हम चर्चा करेंगे कि म्युचुअल फंड में रिस्क को कैसे कम करें (Mutual fund me risk kaise kam kare);

यदि आप इस पोस्ट को ध्यान से पढ़ते हैं; तो यहाँ बताए गए स्टेप्स को फॉलो करके आप बहुत आसानी से म्युचुअल फंड में रिस्क को मैनेज़ करना करना सीख जाएंगे; 

तो चलिए पोस्ट में आगे बढ़ते हैं; और जानते हैं कि म्युचुअल फंड में रिस्क को कम कैसे करें (Mutual fund me risk kaise kam kare); उससे पहले जान लेते हैं कि म्युचुअल फंड में रिस्क किस तरह के होते हैं। 

म्युचुअल फंड में रिस्क कैसे कम करे, Mutual Fund Me Risk Kaise Kam Kare

म्यूचुअल फंड में रिस्क के प्रकार क्या हैं और म्युचुअल फंड में रिस्क कैसे कम करें (Mutual Fund Me Risk Kaise Kam Kare) ?

आप याद रखें; म्यूचुअल फंड में कई तरह के रिस्क देखने को मिलते हैं, जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं:

  • मार्केट रिस्क: म्युचुअल फंड में यह रिस्क मार्केट में होने वाले उतार-चढ़ाव से प्रभावित होता रहता है; इसलिए अगर मार्केट में गिरावट आती है, तो आपके म्यूचुअल फंड का मूल्य भी गिर सकता है।
  • क्रेडिट रिस्क: यह उस रिस्क की ओर इशारा करता है; जब म्यूचुअल फंड द्वारा निवेश की गई कंपनियाँ अपने ऋणों का भुगतान करने में असफल हो जाती हैं।
  • इन्फ्लेशन रिस्क: यह रिस्क मुद्रास्फीति (inflation) से जुड़ा है, जो आपके म्यूचुअल फंड के रिटर्न के मूल्य को कम कर देता है।
  • सेक्टर रिस्क: यह उस रिस्क के बारे में बताता है; जब म्यूचुअल फंड द्वारा निवेश किया गया सेक्टर खराब प्रदर्शन करता है।

म्यूचुअल फंड में रिस्क कम करने के आसान तरीके :

आप याद रखिएगा; म्युचुअल फंड में निवेश करना आपके लिए एक सुरक्षित और अच्छा निवेश विकल्प हो सकता है, लेकिन वही बात हो गई; अच्छाई के साथ बुराई भी जन्म लेती है; 

मेरे कहने का मतलब यह है कि म्युचुअल फंड में निवेश करने के फायदे के साथ-साथ इसमें भी कुछ रिस्क होते हैं; जो हमने आपको पहले ही बता दिया;

आप म्युचुअल फंड में रिस्क को कम करने के लिए यहाँ बताए जा रहे स्टेप्स को फॉलो कर सकते हैं:

पहला स्टेप – अपने रिस्क लेने की क्षमता को पहचानें – म्युचुअल फंड में निवेश करने से पहले, आपको यह समझना बहुत जरूरी है कि आप म्युचुअल फंड में निवेश करते समय कितना रिस्क लेने के लिए तैयार हैं। 

यदि आप लंबी अवधि के लिए निवेश करने का प्लान बना रहे हैं, तो आपको ज्यादा रिस्क लेने के लिए तैयार रहना होगा;

वहीं अगर आप कम समय के लिए निवेश करने का प्लान बना रहे हैं, तो आपके लिए कम रिस्क वाले म्युचुअल फंड में निवेश करना अच्छा विकल्प हो सकता है। 

दूसरा स्टेप – अपने पैसे को एक ही फंड या क्षेत्र में निवेश करने से बचें – आप याद रखिएगा कि एक ही फंड या क्षेत्र में अपने सारे पैसे को निवेश करने से रिस्क बहुत ज्यादा बढ़ जाता है; इसलिए मेरी‌ मानिए; आप अपने पैसे को अलगअलग फंड और क्षेत्र में निवेश करिए; 

अगर आप ऐसा करते हैं; तो आप अपने रिस्क को बहुत ज्यादा कम कर सकते हैं। आप अपने पैसे को डेट फंड, इक्विटी फंड, और म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं।

तीसरा स्टेप – नियमित रूप से निवेश करें – आप एसआईपी (सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) की मदद से नियमित रूप से छोटे-छोटे निवेश कर सकते हैं। 

एसआईपी म्युचुअल फंड में निवेश करने का वह तरीका है; जिसके इस्तेमाल से आप अपने निवेश को बाजार में होने वाले उतार-चढ़ाव से दूर रख सकते हैं।

चौथा स्टेप – शॉर्ट टर्म के बजाय लंबी अवधि के लिए निवेश करें – आप इस बात को याद रखिएगा कि म्युचुअल फंड में निवेश करने के लिए लंबी अवधि सबसे अच्छी होती है; लंबी अवधि में, आप बाजार के उतार-चढ़ाव से होने वाले रिस्क को काफी हद तक कम कर सकते हैं।

यहाँ बताए गए सभी स्टेप्स को फॉलो करके, आप म्युचुअल फंड में रिस्क को काफी ज्यादा कम कर सकते हैं और अपने किए गए निवेश से अच्छा प्रॉफिट कमा सकते हैं।

यहां कुछ अतिरिक्त सुझाव दिए जा रहे हैं; जिनकी मदद से आप म्युचुअल फंड में रिस्क को कम कर सकते हैं:

  • एक अनुभवी फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह लेना न भूलें – याद रखें एक वित्तीय सलाहकार (फाइनेंशियल एडवाइजर) आपकी फाइनेंशियल कंडिशन और रिस्क लेने की क्षमता के आधार पर सही म्युचुअल फंड का चुनाव करने में आपकी मदद कर सकता है।
  • निवेश करने से पहले फंड के बारे में अच्छी तरह से रिसर्च जरूर करें – याद रखें; किसी भी म्युचुअल फंड में निवेश करने से पहले, फंड के परफॉरमेंस, फंड मैनेजर की पापुलैरिटी, और अन्य संबंधित जानकारी का सावधानीपूर्वक अध्ययन करें।
  • फंड की कीमतों को नियमित रूप से ट्रैक करें – याद रखिएगा – म्युचुअल फंड की कीमतें समय के साथ बदलती रहती हैं; इसलिए, यह बहुत जरूरी है कि आप फंड की कीमतों को नियमित रूप से ट्रैक करते रहें और अगर जरूरी हो; तो अपने निवेश को एडजस्ट जरूर करें।

मैं आपको एक बार फिर याद दिलाना चाहूंगा कि म्युचुअल फंड में निवेश करना आपके लिए फायदे का सौदा हो सकता है; लेकिन आप यह भी याद रखिएगा कि इसमें कुछ रिस्क भी होते हैं; और इन रिस्क को कम करने के लिए, यहाँ गए स्टेप्स को फॉलो करना बहुत ज्यादा जरूरी है।

म्यूचुअल फंड में निवेश करने से पहले हमें किन बातों पर विचार करना चाहिए?

म्यूचुअल फंड में निवेश करने से पहले आपको एक नहीं कई बातों पर ध्यान देना चाहिए, जैसे कि आपकी निवेश योग्यता, आपके रिस्क लेने की क्षमता और आपके फाइनेंशियल टार्गेट। आपको अपने म्यूचुअल फंडों का चार्ज और परफॉरमेंस रिकॉर्ड की भी जांच कर लेनी चाहिए।

मैं अपने म्यूचुअल फंड पोर्टफोलियो में विविधता कैसे लाऊँ?

अपने म्यूचुअल फंड पोर्टफोलियो को विविधता देने के कई तरीके होते हैं। आप कई तरह के म्यूचुअल फंडों में निवेश कर सकते हैं, जैसे कि इक्विटी फंड, डेट फंड और हाइब्रिड फंड; इसके साथ ही आप विभिन्न प्रकार के सेक्टरों में निवेश करने वाले म्यूचुअल फंडों के बारे में सोच सकते हैं।

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