Posted on Leave a comment

शेयर बाजार की चाल कैसे समझे?

आज इस पोस्ट में हम आपको बताएंगे कि शेयर बाजार की चाल कैसे समझें? यदि आप इस पोस्ट को अच्छे से पढ़ते और समझते हैं; तो आप बहुत ही आसानी से शेयर बाजार की चाल को समझ सकते हैं; तो चलिए पोस्ट में आगे बढ़ते हैं; और शेयर बाजार की चाल कैसे समझें? यह समझने की कोशिश करते हैं –

शेयर बाजार की चाल कैसे समझे?

शेयर बाजार की चाल कैसे समझें? चलिए सीखते हैं –  

शेयर बाजार की चाल को समझने के लिए नीचे दिए जा रहे कारकों पर ध्यान देना चाहिए:

  • Economic Factors (आर्थिक कारक): यह कारक शेयर बाजार की चाल को प्रभावित करने वाले सबसे बड़े कारकों में से एक है; आप याद रखिएगा – आर्थिक विकास, ब्याज दरों में बदलाव, और मुद्रास्फीति जैसे कारक शेयर बाजार को बहुत ज्यादा प्रभावित कर सकते हैं।
  • Political Factors (राजनीतिक कारक): राजनीतिक अनिश्चितता की वजह से भी शेयर बाजार की चाल में परिवर्तन देखा जा सकता है; चुनाव, युद्ध, या अन्य राजनीतिक अशांति शेयर बाजार में‌ हलचल पैदा कर सकती है।
  • Company Related News (कंपनी से जुड़ी खबरें): आप याद रखिएगा कि कंपनी की हर छोटी-बड़ी खबरें; जैसे कि फाइनेंशियल रिजल्ट, अधिग्रहण (acquisition), या नए प्रोडक्ट के आने पर, शेयर की कीमतों को प्रभावित कर सकती हैं।
  • Technical Analysis (तकनीकी विश्लेषण): इस एनालिसिस के जरिए आप शेयर की कीमतों के ऐतिहासिक आंकड़ों का अध्ययन करके भविष्य में शेयर की चाल क्या होगी; इसकी भविष्यवाणी कर सकते हैं। 

ऊपर दिए गए सभी फैक्टर्स को अच्छे से समझने के बाद आपके लिए शेयर बाजार की चाल को समझना आसान हो जाएगा और आप निवेश करने का सही निर्णय ले सकेंगे।

यहां कुछ और विशेष टिप्स दिए जा रहे हैं; अगर आप इन्हें फॉलो करते हैं; तो आपके लिए शेयर बाजार की चाल को समझना और भी आसान हो जाएगा। 

  • निवेश करने से पहले रिसर्च करें: अगर आप शेयर बाजार में निवेश करने का मन बना चुके हैं; और आप जिस किसी भी कंपनी में निवेश करने जा रहे हैं; उस कंपनी के बारे में अच्छी तरह से रिसर्च कर लें; आप कंपनी की फाइनेंशियल कंडिशन, बिजनेस मॉडल, और बिजनेस के कंपटीशन को समझें।
  • निवेश में विविधता बनाए रखें: अपने पूरे पैसे को किसी एक ही कंपनी या उद्योग में निवेश न करें; बल्कि अपने रिस्क को कम करने के लिए अपने इंवेस्टमेंट पोर्टफोलियो में विविधता (Diversification) बनाए रखें।
  • लंबी अवधि के लिए निवेश करें: यदि आप शेयर बाजार में शॉर्ट टर्म के लिए निवेश कर रहे हैं; तो इस स्थिति में उतार-चढ़ाव का होना आम बात है; वहीं अगर आप लंबी अवधि के लिए निवेश कर रहे हैं, तो आपको शॉर्ट टर्म में होने वाले उतार-चढ़ाव से कोई फर्क नहीं पड़ता है।

शेयर बाजार की चाल को समझना थोड़ा‌ मुश्किल काम है; लेकिन नीचे दिए जा रहे महत्वपूर्ण‌ बातों का पालन करके, आप अपने निवेश करने के निर्णय को और बेहतर बना सकते हैं; तो चलिए उन महत्वपूर्ण बातों पर एक नज़र डालते हैं – 

  • शेयर मार्केट के एक्सपर्ट से सलाह लें: यदि आप शेयर बाजार में अभी नए हैं, तो आपके लिए किसी शेयर मार्केट के एक्सपर्ट से सलाह लेना एक अच्छा विकल्प हो सकता है; याद रखिएगा; एक सलाहकार आपको शेयर बाजार में निवेश करने का सही निर्णय लेने और एक बेहतर स्ट्रैटेजी विकसित करने में आपकी मदद कर सकता है।
  • निवेश करने के लिए एक ऑनलाइन ट्रेडिंग अकाउंट खोलें: निवेश करने से पहले आपको एक ऑनलाइन ट्रेडिंग अकाउंट खोलना होगा; जिसके माध्यम से आप शेयर बाजार में शेयर खरीदेंगे और बेचेंगे। 
  • निवेश से जुड़े पुस्तक या ब्लॉग पढ़ें: आज के इस दौर में शेयर बाजार की चाल को समझना बहुत आसान हो गया है; क्योंकि मार्केट में निवेश से जुड़ी अच्छी किताबें और ब्लॉग्स उपलब्ध हैं; जिनकी मदद से आप शेयर मार्केट के बारे बहुत कुछ सीख सकते हैं; और अपने निवेश निर्णयों को बेहतर बनाने के लिए एक अच्छी स्ट्रैटेजी विकसित कर सकते हैं।

शेयर की सही कीमत कैसे पता करें?

शेयर की सही कीमत मतलब प्राइस का पता लगाना; हमेशा मुश्किल होता है; लेकिन नामुमकिन नहीं; शेयर की कीमत कई कारकों से प्रभावित हो सकती हैं, जिनमें कंपनी की फाइनेंशियल कंडिशन, बिजनेस मॉडल, और उद्योग की स्थिति शामिल हैं।

आप नीचे दिए जा रहे दो महत्वपूर्ण तरीकों को अपनाकर, आप आसानी से यह पता कर सकते हैं कि शेयर की कीमत सही है या नहीं; तो चलिए जानते‌ हैं; वो दो तरीके क्या हैं?

  • Fundamental Analysis (मूलभूत विश्लेषण): फंडामेंटल एनालिसिस कंपनी की फाइनेंशियल कंडिशन और बिजनेस मॉडल का एनालिसिस करके शेयर की कीमत का अनुमान लगाया जा सकता है; फंडामेंटल एनालिसिस की मदद से आप इन फैक्टर्स के बारे में पता करते हैं; जैसे:
    • कंपनी का इनकम और प्रॉफिट
    • कंपनी की संपत्ति और देनदारियां (Company’s assets and liabilities)
    • कंपनी का उद्योग और प्रतिस्पर्धा (Company’s Industry and Competition)
  • Technical Analysis (तकनीकी विश्लेषण): टेक्निकल एनालिसिस की मदद से शेयर की कीमतों के ऐतिहासिक आंकड़ों (Historical data) का अध्ययन करके शेयर की कीमत का अनुमान लगाया जा सकता है; टेक्निकल एनालिसिस का इस्तेमाल आमतौर पर इन कारकों पर विचार करने के लिए करते हैं; जैसे:
    • शेयर की कीमत और मात्रा (Share Price And Quantity) 
    • शेयर की कीमतों के पैटर्न और रुझान (Stock Price Patterns And Trends)

एक शेयर बेचने पर कितना चार्ज लगता है?

जब आप अपने खरीदे गए शेयर को बेचते हैं; तो आपको दो प्रकार के चार्ज देने पड़ते हैं:

  1. ब्रोकरेज चार्ज: ब्रोकरेज चार्ज वह फीस है; जो ब्रोकर आपसे अपनी सर्विस के लिए लेता है। ब्रोकरेज फीस आमतौर पर शेयर की कीमत का एक परसेंट होता है; चलिए उदाहरण के माध्यम से समझते हैं; अगर आप 100 रुपये का शेयर खरीदते हैं और ब्रोकरेज चार्ज 0.5% है; तो आपको 0.5 पैसे का ब्रोकरेज चार्ज देना पड़ेगा।
  2. स्टॉक एक्सचेंज चार्ज: स्टॉक एक्सचेंज चार्ज वह चार्ज है; जो स्टॉक एक्सचेंज आपसे अपने सर्विस के लिए लेता है; स्टॉक एक्सचेंज चार्ज आमतौर पर शेयर के प्राइस के एक छोटे से पार्ट के रूप में होता है; चलिए इसे भी उदाहरण के माध्यम से समझ लेते हैं, यदि आप 100 रुपये का शेयर खरीदते हैं और स्टॉक एक्सचेंज चार्ज 0.005% है, तो आपको 0.005 पैसे का स्टॉक एक्सचेंज चार्ज देना पड़ेगा।

भारत में, ब्रोकरेज चार्ज लगभग 0.5% से 2% के बीच में होता है; जबकि स्टॉक एक्सचेंज चार्ज लगभग 0.005% से 0.01% के बीच होता है।

कुछ ब्रोकरेज कंपनियां ऐसी भी हैं; जो “शून्य ब्रोकरेज” पर सर्विस देती हैं; लेकिन अक्सर वो आपसे अन्य प्रकार के चार्ज लेती हैं; जैसे कि वार्षिक मेंटेनेंस चार्ज या ट्रेडिंग चार्ज आदि।

इसे भी पढ़ें : म्यूचुअल फंड कैसे काम करता है?

शेयर मार्केट की चाल को समझना मुश्किल क्यों है?

शेयर मार्केट से जुड़े कई ऐसे कारक हैं; जो शेयर मार्केट को अच्छे से समझा बहुत ज्यादा कठिन बना देते हैं; 

जैसे – कंपनी का अगला-पिछला परफॉर्मेंस, फाइनेंशियल कंडीशन, इंटरेस्ट रेट, सरकारी नीतियां, और इसके साथ ही इंटरनेशनल न्यूज़ या घटनाएं भी शामिल हैं; यही वज़ह है कि कोई 100% यह नहीं कह सकता कि मार्केट की दिशा आज क्या होगी।

शेयर मार्केट में चार्ट पैटर्न और टेक्निकल एनालिसिस से निवेशकों को कितनी मदद हो सकती है?

जब आप चार्ट पैटर्न का एनालिसिस करते हैं; तो इससे आपको पिछले कीमतों के ट्रेंड्स का पता चलता है; और रही बात टेक्निकल एनालिसिस तो इससे शेयर मार्केट के भविष्य का पता चलता है; लेकिन याद रखें; कोई भी टेक्निकल एनालिसिस 100% शेयर मार्केट की भविष्यवाणी नहीं कर सकता।

सफल निवेश करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण स्किल क्या है?

अगर आप शेयर मार्केट में एक सफल निवेश करने के बारे में सोच रहे हैं; तो आपको उस शेयर के बारे अच्छी तरह से रिसर्च करनी होगी; इसके साथ ही आपको कंपनी का एनालिसिस करना होगा और निवेश करने के बाद आपको धैर्य रखना होगा;‌ और हाँ, जल्दबाजी में कोई भी फैसला लेने से बचें और जितना हो सके अफवाहों से ‌दूर रहें।

नए निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण सुझाव क्या हैं?

अगर आप शेयर मार्केट में एक‌ नए निवेश हैं; तो आपको निवेश करने से पहले अपने जोखिम लेने की क्षमता को पहचानना होगा; लंबी अवधि के लिए निवेश करने का चुनाव करें; अलग-अलग निवेश विकल्पों के साथ एक अच्छा सा पोर्टफोलियो तैयार करें; और हो सके तो‌ किसी प्रोफेशनल इंवेस्टर से सलाह जरूर लें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *